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जानिए वैक्सीन के बाद शराब कितनी सही !
Last Updated on April 6, 2021 by Sintu Kumar
देश में 1 जनवरी, 1977 (सततर) तक पैदा हुए सभी लोगों को कोविड-19 वैक्सीन लगाने का काम शुरू हो गया है। सबसे पहले उन लोगों को कोरोना की डोज दी गई जो हेल्थ वर्कर थे या फिर जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा थी। या फिर 45 साल से 60 साल के बीच के उन लोगों को टीका लगाया गया जो किसी न किसी रोग से पीड़ित हैं। इसके बाद 45 साल ऊपर के हर नागरिक को टीका पड़ने का रास्ता साफ होगया तो कई लोगों के मन में यह सवाल ज्यादा उठ रहे हैं कि वैक्सीन के बाद उन्हें खाने-पीने में किन चीजों से परहेज करनी पड़ सकती है। मसलन, जो शराब पीते हैं या स्मोकिंग करते हैं या फिर नॉन-वेज खानों के शौकीन हैं, उन्हें कुछ दिनों तक इन सब चीजों से परहेज तो नहीं करना पड़ेगा ? न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने एक रिपोर्ट दी है, जिसमें वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में उठ रहे इन सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश की गई है। क्योंकि, इसको लेकर कुछ लोगों के मन में गलतफहमियां भी देखी गई हैं। मसलन, तमिलनाडु के चेंगाल पट्टु के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में टीके का पहला डोज लगवाने वाले 60 वर्षीय किसान राजेंद्रण ने कहा कि उन्हें सेंटर पर सलाह दी गई कि दूसरी डोज से एक हफ्ते पहले शराब ना पीएं। उन्होंने कहा कि, ‘मुझसे कहा गया कि अगर मैं शराब पीऊंगा तो वैक्सीन काम नहीं करेगी।’ इसी तरह चेन्नई के कल्याण में एक पत्रकार ने दावा किया कि नर्स ने उससे कहा कि वैक्सीन लगवाने के बाद 48 घंटे तक उन्हें शराब पीने, स्मोकिंग करने या मीट खाने से बचना चाहिए। जबकि, एक बड़े प्राइवेट अस्पताल में उनके दोस्त को सलाह दी गई कि उन्हे एक हफ्ते तक शराब या ‘नॉन-वेज खाने’ से बचना चाहिए। सवाल है कि क्या ये दावे तथ्यों और किसी शोध पर आधारित हैं ?
सबसे बड़ी बात है कि वैक्सीन को लेकर सरकार की ओर से अभी तक खाने-पीने पर किसी तरह की पाबंदी की सलाह नहीं दी गई है। तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन के मुताबिक, ‘ऐसा कोई प्रमाणिक वैज्ञानिक अध्ययन नहीं हुआ है, जिसमें बताया गया हो कि नॉन-वेज खाना वैक्सीन को बेअसर बना देता है। इसलिए लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए मीट खाना छोड़ने की जरूरत नहीं है।’ इसी तरह से ऐसा कोई वैज्ञानिक अध्ययन उपलब्ध नहीं है कि शराब पीने या स्मोकिंग से वैक्सीनेशन पर कोई असर पड़ता है। हालांकि, इसका मतलब ये भी नहीं है कि लोगों को कोरोना का टीका लगवाने के बाद उसकी खुशी में शराब के जाम छलकाने की सलाह दी जाए। इसकी वजह ये है कि टीकाकरण के बाद अक्सर लोगों को नॉर्मल फ्लू या बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द और उल्टी जैसे लक्षण दिखाई देने की आशंका रहती है। ऐसे में शराब पीने पर तबीयत ज्यादा बिगड़ सकती है। सीनियर एपिड मियोलॉजिस्ट और कोविड-19 के खिलाफ प्रदेश के स्पेशल टास्क फोर्स के सदस्य डॉक्टर पी कुगानांथम के मुताबिक, ‘शराब से शरीर के इम्यून सिस्टम पर विपरीत असर पड़ता है और ज्यादा शराब पीने से हो सकता है कि वैक्सीन उतनी अच्छी तरह से काम ना करे।’ उन्होंने सलाह दी है कि ‘अगर कोई व्यक्ति वैक्सीन लगवाने से एक हफ्ते पहले और बाद में ड्रिंकिंग और स्मोकिंग ना करे तो वह ज्यादा अच्छा महसूस कर सकता है।’ स्मोकिंग के साथ भी वही बात है। इससे इम्यून सिस्टम प्रभावित होता है और इसीलिए यह वैक्सीन के प्रभाव को घटा सकता है। हालांकि, इसको लेकर कोई वैज्ञानिक रिसर्च उपलब्ध नहीं है, लेकिन यह भी कहा जाता रहा है कि स्मोकिंग करने वालों के लिए कोविड-19 का संक्रमण ज्यादा नुकसानदेह साबित हो सकता है। डॉक्टर कुगा नांथम के मुताबिक वैज्ञानिक तौर पर वैक्सीन लेने से पहले और बाद में कुछ एहतियात जरूर लेनी चाहिए। उनका कहना है कि , ‘जो लोग स्टेरॉयड और ब्लड थिनर पर हैं, उन्हें ज्यादा साइड-इफेक्ट से बचने के लिए टीका लगाने से दो दिन पहले और बाद में ऐसी दवाइयां लेने से बचना चाहिए। किसी को अगर वैक्सीन से पहले ज्यादा आघात पहुंच चुका है तो उन्हें डॉक्टरों को यह बात बता देनी चाहिए और ज्यादा सावधान रहना चाहिए।’ वैक्सीन लगाने के बाद सबसे ज्यादा जरूरी ये है कि मास्क पहनते रहिए, सोशल डिस्टेंसिंग का पहले की तरह पालन कीजिए, सतहों को छूने से बचिए और हैंड हाइजीन का ख्याल रखिए। तो आप भी इन बातों का जरूर ध्यान रखिए।