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RBI Monetary Policy: रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं, कर्ज लेने वालों को मिली राहत
रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति समिति (Reserve Bank Monetary Policy Committee) की बैठक के नतीजों की घोषणा कर दी है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास( RBI Governor Shaktikanta Das) ने कहा कि लगातार दूसरी बैठक में ब्याज दरों को स्थिर रखा है। रेपो रेट (Repo Rate) इस बार भी 6.5 प्रतिशत पर स्थिर है। इस प्रकार यदि आपने होम लोन लिया है या फिर जल्द ही कार लोन लेने वाले हैं तो आपके लिए राहत की बात है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया( RBI) की छह सदस्यों वाली मौद्रिक नीति समिति की 43वीं बैठक 6 जून 2023 को शुरू हुई थी।
Monetary Policy Statement by Shri Shaktikanta Das, RBI Governor – June 08, 2023 https://t.co/R9mQDcr70D
— ReserveBankOfIndia (@RBI) June 8, 2023
महंगाई दर लक्ष्य से ऊपर रहने का अनुमान
चालू वित्त वर्ष में महंगाई दर लक्ष्य से ऊपर रहने का अनुमान है। मौद्रिक नीति समिति ने नीति रूख के समायोजन वाला बनाए रखने को वापस लेने का निर्णय लिया है। वित्त वर्ष 2022-23 में वास्तविक जीडीपी दर 7.2 प्रतिशत तक रहेगी, जबकि वित्त वर्ष 24 में महंगाई दर चार प्रतिशत से ऊपर रहने का अनुमान है। बता दें कि रिजर्व बैंक पिछले साल मई से लगातार रेपो रेट में बढ़ोत्तरी कर रहा है। सिर्फ अप्रैल में हुई एमपीसी की बैठक में ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी नहीं हुई थी। रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट महंगा करने से सभी प्रकार के कर्ज महंगे हो गए हैं। इसका सबसे बुरा असर होम लोन लेने वाले ग्राहकों की ईएमआई पर पड़ा है। यही कारण है कि कर्ज लेने वाले आरबीआई से राह की उम्मीद लगाएं थे। वहीं शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले भी इस घोषणा का इंतजार कर रहे थे। जब बैंकों को कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध होगा यानी रेपो रेट कम होगा तो वो भी अपने ग्राहकों को सस्ता कर्ज दे सकते हैं। और यदि रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ाएगा तो बैंकों के लिए कर्ज लेना महंगा हो जाएगा और वे अपने ग्राहकों के लिए कर्ज महंगा कर देंगे।