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CBI अधिकारी बन गाड़ियों की कर रहे थे चैकिंग, लोग इकट्ठा हुए तो भागे- धरे गए
Fake CBI Officer Caught in Solan : गाड़ी में लाल बत्ती, धौंस भी अधिकारी वाली, लेकिन खुद थे नकली। सोलन (Solan) से यह अजीब केस सामने आया जहां दो लोग अधिकारी (CBI Officer) बन कर आते जाते लोगों की गाड़ियां चेक कर रहे थे। जब तहसीलदार अर्की (Tehsildar Arki) की गाड़ी यहां पहुंची तो यह नासमझ उनकी गाड़ी की भी चेकिंग करने के लिए आगे आए। लेकिन, यहां फंसे तब, जब तहसीलदार को इन दोनों के नाम ही नहीं पता थे। फिर क्या था तहसीलदार ने इन दोनों के खिलाफ पुलिस स्टेशन (Police Station) में मामला दर्ज करवाया। चलिए जानते हैं क्या था पूरा मामला।
तहसीलदार न आते तो दर्ज न होता केस
तहसीलदार अर्की राहित कुमार ने पुलिस थाना बागा (Police Station Baga) में रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि पिछले कल जब वह अपनी कार में तेल डलवाने के लिए खारसी जा रहे थे तो शालूघाट में मंदिर गेट के पास एक कार न० (HP-24 C-4309 ) खड़ी थी जिस पर लालबती लगी हुई थी। इस कार के साथ दो लोग खड़े थे जो आने जाने वाली गाड़ियों की चेकिंग कर रहे थे और खुद को सीबीआई के अधिकारी बता रहे थे। हालांकि, तहसीलदार इनके नाम नहीं जानते थे। ऐसे में पुलिस थाना बागा में भारतीय न्याय संहिता (Indian Judicial Code) के तहत धारा 204, 3 (5) के तहत मामला दर्ज किया गया।
अपना रुतबा बनाने के लिए रचा नाटक
उधर, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस थाना बागा की पुलिस टीम (Police Team Baga) ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इस मामले में तीन आरोपियों मनोज कुमार पुत्र, आरोपी विनोद कुमार व आरोपी नरेश कुमार को गिरफतार किया गया तथा घटना में संलिप्त गाड़ी को कब्जे में लिया गया। पुलिस आरोपियों से गहनता से पूछताछ कर रही है। आरोपियों का कहना है कि, ये तीनो शालूघाट मंदिर (Shalughat Temple) में माथा टेकने के लिए आए थे। जहां पर इन तीनों ने सीबीआई अधिकारी बनकर गाडियों को चैकिंग करने व अपना रुतबा बनाने के लिए प्लान बनाया । इनमें से नरेश कुमार उर्फ भूरा लाल, गाड़ी में बतौर डीएसपी सीबीआई (DSP CBI) बनकर बैठ गया और मनोज कुमार व विनोद कुमार आने जाने वाली गाडियों को चैकिंग करने के लिए रोकने लगे। लेकिन, उसी समय वहां पर काफी लोग इकट्ठा हो गए तो यह तीनो वहां से भाग खड़े हुए। इन तीनों ने गाड़ी पर लगी लाईट को भी ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफार्म (Online Shopping Platform) से मंगवाया था। हालांकि, अभी तक की जांच में इन लोगों से किसी से भी पैसे लेने की कोई बात सामने नहीं आई है। आगामी जांच जारी है।