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शीतकालीन सत्रः हिमाचल विस से विपक्ष का वॉकआउट, सरकारी संपत्तियां बेचने पर हुआ हंगामा
रविन्द्र चौधरी/ धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र( Winter session of Himachal Pradesh vidhansabha) का आज चौथा दिन है। सत्र के दौरान विपक्ष सत्ता पक्ष पर पूरा दबाव बनाए हुए हैं लिहाजा आज भी विपक्ष ने हिमाचल प्रदेश में सरकारी संपत्ति बेचने को लेकर किया वॉक आउट कर दिया। प्रश्नकाल के तुरंत बाद कांग्रेस हिमाचल बेचने का मुद्दा उठाया। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री( Leader of Opposition Mukesh Agnihotri) ने प्वाइंट आफ आर्डर के तहत कहा कि बीजेपी सरकार पहले कर्ज ले रही है और उसके बाद पर्यटन विकास निगम की संपत्तियों को बेचा जा रहा है। उन्होंने मंडी स्थित कन्वेंशन हाल, जंजैहली स्थित संस्कृति केंद्र, गक्यारीघाट होटल का जिक्र किया। मुकेश अग्निहोत्री जब सदन में अपनी बात रख रहे थे कि सत्तापक्ष की ओर से संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज खड़े होकर विपक्ष के आरोप को नकार रहे थे। इस बीच दोनों पक्षों की ओर से शोर-शराबा शुरू हो गया। विरोध स्वरूप सभी कांग्रेसी विधायक सदन के बीचों बीच आकर नारेबाजी करने लगे। प्रदेश की संपत्तियां बेचने के विषय पर जल शक्ति मंत्री अपना वक्तव्य देने लगे थे कि विपक्ष की ओर से विरोध स्वरूप जोरदार हंगामा शुरू हुआ। शोर-शराबे के बीच में सदन में महेंद्र सिंह ने संपत्तियों के बारे में जानकारी दी इस बीच समूचा विपक्ष विधानसभा से वाकआउट कर गया।
प्रश्नकाल में बीजेपी विधायक विशाल नेहरिया ने धर्मशाला में राशन के तीन डिपो बंद करने के संबंध में सवाल किया। इस सवाल के उत्तर में खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने बताया कि प्रदेश में 72 दुकानें ऐसी हैं। जिनको लेकर 16 अप्रैल 2019 को निदेशक मंडल की बैठक में बंद करने का निर्णय लिया गया था। जिसमें से 13 दुकानें बंद हो चुकी हैं। निगम की उचित मूल्य की दुकानों में निगम का सरकारी कर्मचारी काम करता है। यह खाद्य नागरिक आपूर्ति दुकाने अब किसी निजी व्यक्ति संस्था या पंचायत को आवंटित की जाएगी।
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