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Himachal : 108 व 102 एंबुलेंस कर्मचारियों का वेतन होगा डबल, मिलेगा लाखों का एरियर
उन्होंने बताया कि लंबी लड़ाई लड़ने के बाद आखिर कार उन्हें इंसाफ मिला है। हाल ही में शिमला की निचली अदालत ने कर्मचारियों के पक्ष में राहत देते हुए कंपनी प्रबंधन को न्यूनतम वेतन देने का निर्णय दिया है।
नेरचौक मेडिकल कॉलेज की लापरवाहीः समय पर नहीं मिल पाई एंबुलेंस, महिला ने रास्ते में तोड़ा दम
गोहर( मंडी)। सीएम जयराम ठाकुर के गृह जिला मंडी ( Mandi) में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का मामला सामने आया है। नेरचौक मेडिकल कॉलेज में उपचार के लिए लाई नाचन की एक महिला को कोरोना रिपोर्ट ( Corona report) के नाम मंडी अस्पताल के लिए रेफर करने में देरी की गई। इसके बाद समय पर… Continue reading नेरचौक मेडिकल कॉलेज की लापरवाहीः समय पर नहीं मिल पाई एंबुलेंस, महिला ने रास्ते में तोड़ा दम
#Corona से लड़कर समझे लोगों की मुश्किल, अब डल में चला रहे “शिकारा एंबुलेंस”
लोगों को तब परेशानी का सामना करना पड़ता है जब कोई बीमार होता है। ऐसे में झील निवासियों को बड़ी मुश्किल से अपने मरीज़ को शिकारे के सहारे किनारे तक लाना पड़ता है।
108 एंबुलेंस कर्मचारियों के सामूहिक अवकाश-हड़ताल पर DC मंडी ने लगाई रोक, जारी किए आदेश
आदेश के मुताबिक ईएमआरआईए जीवीके 108 एंबुलेंस सेवाएं हिमाचल प्रदेश आवश्यक सेवाएं (रखरखाव) अधिनियम 1973 के प्रावधानों के तहत कवर हैं
महिला ने एंबुलेंस बुलाने के लिए कॉल किया…
फोन सुनते हुए एक दर्जी बस में चढ़ा…
Himachal के इन गांवों में डंडों से तैयार हाईटेक एंबुलेंस से मरीजों को पहुंचाते हैं Hospital
राजेश को घास काटने वाली मशीन से पैर में गहरी चोट लग गई। ग्रामीणों ने दो डंडों में बंधी चादर में रख कर पीठ पर उठा कर अढ़ाई घंटे का सफर तय करने के बाद सड़क तक पंहुचाया।
कोरोना दौर में ये कैसा मंजर, पीड़ित ने Ambulance तोड़ा दम तो एंबुलेंस छोड़कर भागे स्वास्थ्य कर्मी
मरीज की मौत के बाद एंबुलेंस में उनकी पत्नी बैठी रही, लेकिन कोई उनकी सुध लेने नहीं आया। कोरोना पीड़ित की मृत्यु के बाद घंटों तक अफरा-तफरी का माहौल अस्पताल परिसर में बना रहा।
गले में फंसी Chocolate ने ले ली मासूम की जान: आधे घंटे तक किया इंतजार लेकिन नहीं आई एंबुलेंस
तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी। बच्चे की मौत के बाद पूरे परिवार में मातम का माहौल है। घरवालों का आरोप है कि सही समय पर एंबुलेंस मिल जाती तो बच्चे को बचाया जा सकता था।
Corona Positive को लेने नहीं पहुंची एंबुलेंस, PPE Kit पहनकर खुद ही पहुंच गया कोविड सेंटर
युवक को बुधनी रिपोर्ट देने के बहाने बुलाया गया फिर उसको पीपीई किट पहनने के लिए दी। इस मामले में दो जिलों के स्वास्थ्य विभाग की गंभीर लापरवाही सामने आई है।
Himachal में नहीं थमेंगे 108 और 102 एंबुलेंस के पहिये, सरकार से मिला आश्वासन
प्रदेश में जीवीके कंपनी की ओर से इस समय 325 एंबुलेंस चलाई जा रही हैं। इसके लिए प्रदेश सरकार जीवीके कंपनी को प्रतिमाह तीन करोड़ रुपये देती है