-
Advertisement
हिमाचल: केंद्रीय मंत्री की गोद ली पंचायत में स्वच्छता के दावे हवा हवाई, लगे कचरे के ढेर
Last Updated on November 25, 2021 by saroj patrwal
हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर के मुख्यालय में कुछ साल पहले निर्मल पंचायत का दर्जा हासिल करने वाली अणु पंचायत में स्वच्छता के दावे हवाई साबित हो रहे हैं। इस पंचायत को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी गोद लिया था। इस पंचायत के वार्ड नंबर 4 में सीवरेज की गंदगी सीधे नाले में छोड़ी जा रही है और लोगों द्वारा कचरा भी यहीं फैंका जा रहा है।
यह भी पढ़ें: यमुना नदी में फैंका जा रहा था कचरा, वन विभाग ने नगर परिषद पर की कार्रवाई
स्थानीय लोगों का कहना है कि अणु पंचायत का यह क्षेत्र नगर परिषद हमीरपुर के वार्ड नंबर 3 के साथ लगता है। लोगों द्वारा नाले के साथ लगती खेतों में खुले में कचरा फेंकने के कारण वहां जमीन के मालिकों ने खेतों में बीजाई करना भी बंद कर दी है। वार्ड नंबर 3 के पार्षद ने कुछ समय पहले ही इस नाले की सफाई करवाई थी, जबकि स्थानीय पंचायत की तरफ से यहां पर महज चेतावनी बोर्ड लगाकर पल्ला झाड़ लिया गया है। लोगों का कहना है कि जिला मुख्यालय से सटे पंचायत में ही स्वच्छता के दावे अगर धरातल पर झूठे साबित हो रहे हैं तो बाकी जगहों पर क्या हालात होंगे। लोगों ने बताया कि गंदगी से जहां एक तरफ क्षेत्र में बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है। उनका कहना है कि जिस नाले में यह गंदगी फेंकी जा रही है वहां से कई लोग मोटर के माध्यम से इस गंदे पानी को नाले से लिफ्ट कर सब्जियां लगाकर बाजार में बेच रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि टोकने के बावजूद भी यहां पर लोग कूड़ा फेंक रहे हैं। नगर परिषद के एरिया में तो कूड़ा एकत्र किया जा रहा है, लेकिन पंचायत के लोगों के तरफ से यह गंदगी फेंकी जा रही है। सीवरेज की गंदगी सीधे तौर पर नाले में छोड़ी जा रही है। उन्होंने कहा कि पंचायत का एरिया होने के बावजूद यहां पर नगर परिषद हमीरपुर के पार्षद ने यहां पर पिछले दिनों साफ-सफाई करवाई थी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सांसद रहते हुए इस पंचायत को गोद लिया था, लेकिन अब हालात बेहद ही खराब है। उन्होंने सरकार से समस्या का समाधान करने की मांग उठाई है। पंचायत निवासी एक महिला का कहना है कि उनकी जमीन जिस पर वह खेती करते थे आज कचरे के वजह से बर्बाद हो गई है। यहां पर एक बावड़ी थी जो कचरे से भर चुकी है और अब उसका कोई नामोनिशान भी नहीं है। वहीं, अन्य स्थानीय का कहना है कि यह समस्या बहुत पुरानी है। उन्होंने कहा कि इस समस्या का स्थाई समाधान बेहद जरूरी है। लोगों को भी सहयोग करने की जरूरत है। स्थानीय पंचायत के प्रधान वंदना पठानिया का कहना है कि मौके पर चेतावनी बोर्ड भी लगाया गया है और जुर्माने का प्रावधान भी किया गया। उन्होंने कहा कि पंचायत की तरफ से यथासंभव प्रयास किए जा रहे हैं और लोगों के सहयोग से ही यह कार्य संभव है।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group