-
Advertisement
ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच पीएम मोदी ने आज शाम बुलाई अहम बैठक
देश में कोरोना ( corona)के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। ओमिक्रोन वेरिएंट ( Omicron Variants)देश के 15 राज्यों में पहुंच गया है। दिल्ली-महाराष्ट्र में केस तेजी से बढ़ रहे हैं। इस सभी को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi)ने आज शाम साढ़े छह बजे हाई लेवल मीटिंग (High level meeting) बुलाई है। इस बैठक में पीएम कोविड-19 स्थिति की समीक्षा करेंगे । देश में इस खतरनाक और तेजी से फैलने वाले वेरिएंट के अब तक 236 मामले सामने आ चुके हैं। राजधानी दिल्ली और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा हालत खराब हैं। दिल्ली में ओमिक्रोन को देखते हुए क्रिमसस और नए साल के जश्न पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वहीं, मुंबई में 31 दिसंबर तक धारा 144 लागू है। वहीं, कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 78,190 रह गई है. जबकि 318 और संक्रमितों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,78,325 होगे
ये भी पढ़ें-ओमीक्रोन के खतरे को सरकार ने उठाया बड़ा कदम, क्रिसमस व नए साल के जश्न पर रोक
स्वास्थ्य मंत्रालय ( Ministry of Health)ने ये भी चेतावनी दी है कि कोरोना तीन गुना तेजी से फैलता है और इसलिए अब सावधानी रखने का वक्त आ चुका है। लेकिन इस खतरे के बाद भी देश में सावधानी नहीं दिख रही.। यही वजह है कि केंद्र ने भी राज्यों को तीसरी लहर( Third wave) रोकने के लिए चिट्ठी लिखकर कहा है कि जिस जिले में 10 फीसदी से ज्यादा संक्रमण दर हो वहां कंटेनमेंट जोन बनाए जाएं। रात में कर्फ्यू लगाया जाए। शादियों और अंतिम संस्कार में लोगों की संख्या कम करने के साथ-साथ बड़ी सभाओं में सख्त नियम लागू करने की सलाह दी गई है।इस बीच, केंद्र ने कहा है कि नया कोविड वेरिएंट ओमिक्रॉन डेल्टा की तुलना में तीन गुना अधिक तेजी से फैलने में सक्षम है। पीएम मोदी की यह बैठक ऐसे समय हो रही है, जब केंद्र ने राज्यों को अलर्ट पर रहने और संक्रमण रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने की सलाह दी है।
केंद्र ने राज्यों से कहा है कि वे कोविड-19 से प्रभावित आबादी के उभरते आंकड़ों, भौगोलिक फैलाव, अस्पताल के बुनियादी ढांचे और इसके उपयोग, जनशक्ति, कंटेनमेंट जोन को अधिसूचित
करने और जिला स्तर पर कंटेनमेंट जोन की परिधि को लागू करने की समीक्षा करें। केंद्र ने राज्यों को एक रणनीति तैयार करने को भी कहा है जो यह सुनिश्चित कर सके कि संक्रमण अन्य
हिस्सों में फैलने से पहले स्थानीय स्तर पर ही निहित हो। ओमिक्रॉन के खतरे के बीच, राज्यों से कहा गया है कि वे वॉर रूम्स को सक्रिय करें और सभी रुझानों और उछाल का विश्लेषण करते
रहें, चाहे मामले कितने भी छोटे स्तर पर क्यों न हो। इसके अलावा केंद्र ने जिला या स्थानीय स्तर पर सक्रिय उपाय करते रहने पर भी जोर दिया है।