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Tuition fees व अन्य चार्जिस वसूलने पर Shimla के इन Schools के खिलाफ होगी जांच
Last Updated on June 26, 2020 by saroj patrwal
शिमला। प्रदेश सरकार के आदेशों के बावजूद राजधानी शिमला के 7 निजी स्कूलों ( Private schools)द्वारा टयूशन फीस( Tuition fees) बढ़ाने, अन्य चार्जिस की वसूली तथा ऑनलाइन कक्षाएं( Online classes) बंद करने का शिक्षा विभाग( Education Department) ने कड़ा संज्ञान लिया है। छात्र-अभिभावक मंच की शिकायत के बाद उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक ने शिमला के डिप्टी डायरेक्टर को जांच के आदेश भी दिए हैं। मंच ने पत्र में कहा था कि लॉरेटो कान्वेंट स्कूल भराड़ी, डीएवी सीनियर सैकेंडरी स्कूल लक्कड़ बाजार, सरस्वती पैराडाइज पब्लिक स्कूल संजौली, दयानंद पब्लिक स्कूल शिमला, ऑकलैंड हाउस लक्कड़ बाजार, डीएवी स्कूल टूटू व शिशु शिक्षा निकेतन स्कूल टूटू ने सरकार के निर्देशों की अवहेलना की है।
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फीस जमा न करवाने पर ऑनलाइन कक्षाओं से वेचित किए छात्र
शिकायत पत्र में कहा गया था कि इन स्कूलों की ओर से एनुअल चार्जिज को टयूशन फीस में जोड़ कर छात्रों से त्रैमासिक आधार पर वसूला जा रहा है। इसके अलावा इन निजी स्कूलों ने फीस जमा न करवाने वाले अभिभावकों के बच्चों को ऑनलाइन कक्षाओं से भी वंचित कर दिया गया है। इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए शिक्षा निदेशालय ने स्पष्ट किया है कि निजी स्कूलों को टयूशन फीस के अतिरिक्त अभिभावकों से किसी भी तरह की अन्य वसूली न करने के निर्देश हैं। टयूशन फीस भी केवल उन्हीं अभिभावकों से ली जा सकती है, जिनके बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान की जा रही है। उच्चशिक्षा निदेशक ने डिप्टी डायरेक्टर को निर्देश दिए हैं कि 27 मई व 10 जून को जारी निर्देशों की अनुपालना न करने वाले उक्त स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। साथ ही रिपोर्ट को स्पष्ट सिफारिश सहित निदेशालय को प्रेषित करने को भी कहा गया है, ताकि दोषी स्कूलों के खिलाफ नियमानुसार विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जा सके।