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आईजीएमसी में रेजिडेंट डॉक्टरों ने की दो घंटे की हड़ताल, आखिर क्या है माजरा
Last Updated on December 6, 2021 by Vishal Rana
शिमला। नीट-पीजी ( NEET-PG) की काउंसलिंग में हो रही देरी के विरोध में आईजीएमसी शिमला ( IGMC Shimla) के रेजिडेंट डॉक्टर 2 घंटे की हड़ताल पर रहे। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के करीब 300 रेजिडेंट डॉक्टरों (Resident Doctors) के दो घंटे हड़ताल पर जाने के कारण कारण प्रदेशभर से इलाज के लिए आने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वार्डों में ना तो सुबह मरीजों की जांच के लिए डॉक्टरों का राउंड हुआ और ना ही ओपीडी में समय पर उपचार हो पाया। हालांकि आईजीएमसी की ओपीडी में वरिष्ठ डॉक्टर मरीजों को देख रहे थे।
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नीट-पीजी की काउंसलिंग को अस्थायी तौर पर आगे बढ़ाने के बाद देशभर में फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के समर्थन में आईजीएमसी की रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (आरडीए) भी हड़ताल कर रही है। अस्पताल के 300 रेजिडेंट डॉक्टर आज सुबह साढ़े नौ से साढ़े ग्यारह बजे तक हड़ताल पर रहे। वरिष्ठ डॉक्टरों के साथ रेजिडेंट डॉक्टर हेल्प करते हैं। ऐसे में उनके 2 घंटे तक ड्यूटी में न होने से दूर दराज से आए मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। डॉक्टरों ने स्पष्ट किया कि उनकी मांग न मानी गई तो हड़ताल बढ़ाई जा सकती है। रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठन फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोरडा) ने इस बाबत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को पत्र लिखकर भी मांग की है कि नीट-पीजी की काउंसलिंग जल्द कराई जाए नहीं तो इमरजेंसी सेवाओं का बहिस्कार करेंगे। फोरडा का कहना है कि राष्ट्रीय और राज्य आरडीए के साथ मिलकर यह फैसला लिया गया है।