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रुपए में आ सकती है अभी और गिरावट, लोगों को हो रही भविष्य की चिंता
Last Updated on July 25, 2022 by Neha Raina
भारतीय अर्थव्यवस्था पर गहरा खतरा मंडराता दिख रहा है। पिछले कई वर्षों से डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया (Rupee) लगातार कमजोर हो रहा है। पिछले हफ्ते डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया लुढ़क कर 80 के पार चला गया। अर्थशास्त्रियों की मानें तो आने वाले समय में डॉलर (Dollar) के मुकाबले रुपया और भी नीचे जा सकता है।
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बता दें कि रुपए में लगातार हो रही इस भारी गिरावट को ध्यान में रखते हुए लोकल सर्किल ने अपने लेटेस्ट सर्वे के जरिए लोगों से ये जानने की कोशिश की है कि वे पिछले 15 वर्षों में आर्थिक दृष्टि से भारत के प्रदर्शन को कैसे देखते हैं। इसके अलावा सर्वे में ये भी जानने की कोशिश की गई है कि भारतवासी रुपए के लगातार कमजोर पड़ने से कितना चिंतित हैं और उन्हें आगे इसे लेकर क्या लग रहा है।
सर्वे में हुआ खुलासा
जानकारी के अनुसार, देश के 328 से ज्यादा जिलों में एक सर्वे किया गया, जिसमें नागरिकों से 34,000 से ज्यादा प्रतिक्रियाएं मिलीं। इनमें 65 फीसदी पुरुष और 35 फीसदी महिलाएं शामिल थीं। सर्वे में प्रतिक्रिया देने वालों में 43 फीसदी टियर एक शहरों, 34 फीसदी टियर दो शहरों, 23 फीसदी टियर 3, 4 और ग्रामीण जिलों में थे। सर्वे के अनुसार, ज्यादातर भारतीयों का मानना है कि पिछले कई सालों से भारत ने आर्थिक दृष्टि से खराब प्रदर्शन किया है।
लोगों को सता रहा डर
सर्वे में 52 फीसदी लोग आई ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट और खाना पकाने के ईंधन की लागत, आवश्यक उत्पादों और सेवाओं की लागत बढ़ने के कारण परेशान हैं। लोगों का मानना है कि रुपए की कीमत की वजह से वस्तुओं और सेवाओं की लागत अधिक होगी। जबकि, 44 फीसदी लोगो बढ़ते विदेश यात्रा के किराए को लेकर चिंतित हैं। वहीं, 24 फीसदी लोगों को अपने बच्चों के लिए विदेश में शिक्षा योजनाओं पर असर का डर सता रहा है।
भारतीय रुपया गिरने का कारण
डॉलर के मुकाबले लगातार लुढ़कते रुपए के पीछे कई फैक्टर हैं। इनमें सबसे बड़ी वजह विदेशी निवेश का बड़ी तादाद में निकाला जाना है। जानकारी के अनुसार, वित्त वर्ष 2012 की शुरुआत और 15 जुलाई के बीच लगभग 31.5 डॉलर निकाले गए थे।
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