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मुंबई POK है कि नहीं, यह विवाद जिसने पैदा किया, उसी को मुबारक; शिवसेना ने इशारों में कंगना को चेताया
Last Updated on September 12, 2020 by Deepak
मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) और शिवसेना (Shivsena) के बीच चल रही, जुबानी जंग अब भी बदस्तूर जारी है। मुंबई की तुलना पाक अधिकृत कश्मीर (POK) से करने पर शिवसेना ने एक बार फिर से कंगना रनौत को अपने निशाने पर लिया है। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ (Saamana) के संपादकीय में ‘विवाद माफियाओं का पेटदर्द’ शीर्षक के जरिए मुंबई की तुलना ‘पाक अधिकृत कश्मीर’ से करने पर कंगना रनौत पर कटाक्ष किया गया है। हालांकि लेख में किसी का नाम नहीं लिया गया है। सामना में लिखा गया है कि मुंबई पाक अधिकृत कश्मीर है कि नहीं, यह विवाद जिसने पैदा किया, उसी को मुबारक। मुंबई के हिस्से में अक्सर यह विवाद आता रहता है। लेकिन इन विवाद माफियाओं की फिक्र ना करते हुए मुंबई महाराष्ट्र की राजधानी के रूप में प्रतिष्ठित है।
‘सामना’ ने ‘पानी में रहकर मगरमच्छ से बैर’ वाला उदाहरण दिया
सामना में आगे लिखा गया कि सवाल सिर्फ इतना है कि कौरव जब दरबार में द्रौपदी का चीरहरण कर रहे थे, उस समय सारे पांडव अपना सिर झुकाए बैठे थे। उसी तरह का दृश्य इस बार तब देखने को मिला जब मुंबई का वस्त्रहरण हो रहा था। शिवसेना के मुखपत्र में कई दिग्गज कलाकारों का नाम लेकर लिखा है कि ऐसे लोगों ने मुंबई को अपने अभिनय और काम से संवारने का काम किया न कि पानी में रहकर मगरमच्छ से बैर किया या खुद कांच के घर में रहकर दूसरों के घर पर पत्थर फेंका। संपादकीय में आगे लिखा गया कि मुंबई को कम आंकना मतलब खुद ही खुद के लिए गड्ढा खोदने जैसा है। महाराष्ट्र संतों-महात्माओं और क्रांतिकारियों की भूमि है। हिंदवी स्वराज्य के लिए, स्वतंत्रता के लिए और महाराष्ट्र के निर्माण के लिए मुंबई की भूमि यहां के भूमिपूत्रों के खून और पसीने से नहाई है।
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शिवसेना के मुखपत्र में आगे लिखा गया, ‘स्वाभिमान और त्याग मुंबई के तेजस्वी अलंकार हैं। औरंगजेब की क्रम संभाजीनगर में और प्रतापगढ़ में अफजल खान की क्रब सम्मानपूर्वक बनाने वाला यह विशाल ह्रदय वाला महाराष्ट्र है। इस महाराष्ट्र के हाथ में छत्रपति शिवाजी महाराज ने भवानी तलवार दी। बालासाहेब ठाकरे ने दूसरे हाथ में स्वाभिमान की चिंगारी रखी। अगर किसी को ऐसा लग रहा हो कि उस चिंगारी पर राख जम गई है तो एक बार फूंक मार कर देख ले!’