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खिलाड़ी अब नहीं कर पाएंगे आयु संबंधी Fraud -राष्ट्रीय कोड में चेंज की तैयारी
Age Fraud in Sports : खेलों में धोखाधड़ी से बचने के लिए (Sports Ministry) खेल मंत्रालय राष्ट्रीय कोड (National Code) में चेंज की तैयारी कर रहा है। इससे आयु में होने वाली धोखाधड़ी (Fraud in Age) पर लगाम कसी जा सकेगी। खेल मंत्रालय खेलों में आयु संबंधी धोखाधड़ी के राष्ट्रीय कोड यानी एनसीएएएफएस (NCAAFS) में चेंज कर देगा,परिवर्तित कोड में खेलों में आयु छिपाकर धोखाधड़ी करने वाले खिलाड़ियों,प्रशिक्षकों पर डोपिंग की तरह प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की गई है।
कोड राष्ट्रीय खेल संघों, खेल अकादमियों पर लागू होगा
कहा जा रहा है कि यह कोड (National Sports Associations) राष्ट्रीय खेल संघों, खेल अकादमियों, स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड पर लागू होगा। साई, खेल संघ अपने खिलाड़ियों की आयु की जानकारी लेने के लिए उनसे दस्तावेज मसलन जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, स्कूल प्रमाण पत्र जुटाएंगे। इनकी छानबीन के लिए खेल संघ एक नोडल अधिकारी नियुक्त करेंगे। इसके बाद खिलाड़ियों का डिजिटल डाटा बेस तैयार होगा। इसमें रजिस्टर्ड हो चुके खिलाड़ियों को भी नए सिरे से जानकारी देनी होगी। नोडल अधिकारी आयु संबंधी दस्तावेजों में कुछ गलती पाता है तो उसे मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा जाएगा। मेडिकल परीक्षण में बोन टेस्ट के अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भी मदद ली जाएगी।
पहली बार दोषी पाए जाने पर खिलाड़ी या प्रशिक्षक पर दो वर्ष का प्रतिबंध
अमर उजाला की खबर के अनुसार कोड में चेंज होते ही पहली बार दोषी पाए जाने पर खिलाड़ी या प्रशिक्षक पर दो वर्ष का प्रतिबंध लगेगा और इस दौरान जीते गए पदक छीन लिए जाएंगे। दूसरी बार दोषी पाए जाने पर खिलाड़ी पर आजीवन प्रतिबंध लगेगा, साथ ही भारतीय न्याय संहिता, 2023 के तहत एफआईआर दर्ज होगी। खिलाड़ी को धोखाधड़ी के मामले में सजा भी हो सकती है। नए राष्ट्रीय कोड में खिलाड़ियों (Player’s) का आयु संबंधी डिजिटल डेटाबेस तैयार करने की सिफारिश की गई है। एक बार इस डाटाबेस में खिलाड़ी की एंट्री होने के बाद इसमें किसी भी तरह का चेंज नहीं हो पाएगा।
-पंकज शर्मा