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दलाई लामा से मिली उजरा जेया तिब्बती मानवाधिकारों पर हुई विस्तार से चर्चा
पंकज नरयाल / धर्मशाला। तिब्बती मामलों के लिए अमेरिका की विशेष समन्वयक उजरा जेया मैकलोडगंज स्थित दलाई लामा के आवास पर पहुंचीं। उन्होंने आज सुबह 8.30 बजे से 9.30 बजे तक तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा से मुलाकात की। इस अहम वार्ता के दौरान तिब्बती मानवाधिकारों पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई। इस मौके पर तिब्बत के राष्ट्रपति पेनपा सेरिंग, डीआईआईआर कलोन नोरज़िन डोल्मा, प्रतिनिधि नामग्याल चोएडुप और यूएस स्पेशल कोऑर्डिनेटर के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भी शामिल रहे। दलाई लामा ने विस्तार से तिब्बती मानवाधिकारों के बारे में जानकारी दी। साथ ही तिब्बत को लेकर चीन के रवैये और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन की नीतियों को लेकर चर्चा हुई। तिब्बत में लोगों के मानवाधिकारों का सम्मान करने के लिए चीन पर दबाव बनाने की दृष्टि से भी यह बैठक महत्वपूर्ण रही है। उजरा जेया इसके बाद नेपाल की यात्रा पर जाएंगी। तिब्बती समुदाय के लोग भी इस बैठक को तिब्बत अधिकारों को लेकर महत्वपूर्ण मान रहे हैं। इस विशेष व महत्वपूर्ण बैठक में मीडिया का प्रवेश वर्जित रखा गया था। हालांकि बैठक को लेकर तिब्बती नेता व जनप्रतिनिधि उत्साहित हैं।
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अमेरिका की विशेष संयोजक ने तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और अमेरिकी लोगों की ओर से बधाई दी। उन्होंने दलाईलामा के अच्छे स्वास्थ्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं और दलाईलामा द्वारा दिए गए शांति के संदेशों के लिए विश्व का आभार व्यक्त किया। दलाईलामा और तिब्बती मुद्दों के लिए अमेरिका के विशेष संयोजक ने भी संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत में स्वतंत्रता और लोकतंत्र की समृद्ध परंपराओं पर चर्चा की। दलाईलामा ने तिब्बती मुद्दों के लिए अमेरिका के विशेष संयोजक से मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की और सभी मानवता की एकता पर बल दिया। दलाईलामा ने कहा कि पीआरसी के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद तिब्बती लोगों को जीतने और उनके विचारों को बदलने में विफल रहा है। उन्होंने कहा कि अब स्वयं चीनी लोगों की सोच तेजी से बदल रही है।
तिब्बती मुद्दों के लिए अमेरिका के विशेष संयोजक 18-19 मई तक धर्मशाला के दो दिवसीय दौरे पर हैं इससे पहले उन्होंने केंद्रीय तिब्बती प्रशासन का दौरा किया और तिब्बत के राष्ट्रपति पेन्पा सेरिंग के नेतृत्व वाले 16वें कशाग के साथ चर्चा की उन्होंने निर्वासित तिब्बती संसद, तिब्बती प्रदर्शन कला संस्थान (टीआईपीए), तिब्बत संग्रहालय का भी दौरा किया और तिब्बती नागरिक समाज के सदस्यों से भी मुलाकात की। वहीं निर्वासित तिब्बती समुदाय उजरा जेया धर्मशाला यात्रा से बहुत खुश हैं और वे इस बैठक को तिब्बत के लिए बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं। एक तिब्बती भिक्षु तेनज़िन पलबर ने कहा कि उज़रा ज़ेया धर्मशाला में 14वें दलाई लामा से मिलने आई थी। उनका यहां आना हमारे समुदाय के हित में है।