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लंज CHC के बाहर महिलाओं ने किया भजन-कीर्तन, कारण जानने को पढ़ें खबर
लंज। हिमाचल के जिला कांगड़ा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) लंज में मूलभूत सुविधाओं की कमी के खिलाफ लोगों ने मोर्चा खोल दिया है। आज चंगर संघर्ष समिति लंज के बैनर तले महिला मंडल और व्यापार मंडल आदि के सदस्यों ने सीएचसी के बाहर धरना दिया। इस दौरान महिलाओं ने भजन-कीर्तन किया। लोगों ने दो टूक कहा है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो भूख हड़ताल पर बैठने से भी गुरेज नहीं करेंगे।
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संघर्ष समिति के प्रधान जन्म सिंह गुलेरिया, व्यापार मंडल प्रधान नसीब राणा, कैप्टन कपूर सिंह गुलेरिया व कुलदीप सिंह भंडारी आदि का कहना है कि आठ साल पहले पीएचसी (PHC) लंज को अपग्रेड कर सीएचसी बनाए जाने की घोषणा की गई थी। 2016 में इसकी नोटिफिकेशन (Notification) हुई थी। सीएचसी के दर्जा मिले चार साल से अधिक का समय हो गया है, लेकिन अभी तक यहां पर मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। मात्र नाम का ही सीएचसी है। यहां पर ना तो सीएचसी लेबल का स्टाफ है और ना ही एंबुलेंस व लैब आदि है। क्षेत्र से अगर कोई बीमार हो जाता है तो नगरोटा से एंबुलेंस (Ambulance) मंगवानी पड़ती है और मरीज को एंबुलेंस में नगरोटा सूरियां ले जाया जाता है। अगर किसी मरीज की हालत खराब होने से उसे नगरोटा सूरियां से मेडिकल कॉलेज टांडा (Medical College Tanda) रेफर किया जाए तो 12 किलोमीटर आने और 12 किलोमीटर जाने का सफर पड़ता है। साथ ही नगरोटा से निजी वाहन कर जाना पड़ता है। अगर यही सुविधाएं सीएमसी लंज में हो तो यहीं से व्यक्ति को टांडा ले जाया जाए। इससे ना केवल समय की बचत होगी वहीं, किसी की जान भी बच सकेगी। उन्होंने कहा कि धर्मशाला प्रवास के दौरान सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) को भी ज्ञापन सौंपा था। अब रिमांडर भेजा जाएगा। अगर उसके बाद भी सीएचसी में मूलभूत सुविधाएं आदि मुहैया नहीं करवाई गई तो निरंतर धरना शुरू किया जाएगा। साथ ही भूख हड़ताल पर बैठने से भी गुरेज नहीं करेंगे।
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