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भारत में कोरोना के डबल म्यूटेंट का खौफ- क्या है नया वैरिएंट, कितना खतरनाक पढ़ें ये रपट
Last Updated on April 20, 2021 by
भारत में कोरोना वायरस के डबल म्यूटेंट (Double Mutation Covid Virus) का खौफ घर कर गया है। नया वैरिएंट कितना खतरनाक है, जिसकी वजह से दुनियाभर के देश भारतीयों की एंट्री पर रोक लगा रहे हैं। हालत ये है कि ब्रिटेन और पाकिस्तान ने भारत को रेड लिस्ट में डाल दिया है। यानी इन देशों में भारतीयों की एंट्री नहीं हो सकेगी। कोरोना का ये नया वेरिएंट अभी तक दुनिया के दस देशों में पाया गया है।
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डबल म्यूटेंट को अगर आसान भाषा में समझे तो ये वायरस का वह रूप है, जिसके जीनोम में दो बार बदलाव हो चुका है। यूं वायरस के जीनोमिक वेरिएंट में बदलाव होना आम बात है। वायरस खुद को लंबे समय तक प्रभावी रखने के लिए लगातार अपनी जेनेटिक संरचना में बदलाव लाते रहते हैं ताकि उन्हें मारा ना जा सके। डबल म्यूटेशन तब होता है जब वायरस के दो म्यूटेशन स्ट्रेन मिलते हैं,और तीसरा स्ट्रेन (Third Strain) बनता हैं। भारत में डबल म्यूटेंट वायरस की पहचान कम से कम छह राज्यों में की जा चुकी है। ये डबल म्यूटेशन महाराष्ट्र से शुरू हुआ है। इसके साथ ही दिल्ली, पश्चिम बंगाल, गुजरात, कर्नाटक व मध्यप्रदेश में डबल म्यूटेंट वाले वायरस पाए गए हैं।
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नया म्यूटेशन दो म्यूटेशन के जेनेटिक कोड (E484Q और L452R) से हैं। ये दोनों म्यूटेशंस ज्यादा संक्रमण दर के लिए जाने जाते हैं। ये पहली बार ही है कि दोनों म्यूटेशन एक साथ मिल गए हैं, जिससे कि वायरस ने कई गुणा ज्यादा संक्रामक और खतरनाक (Dangerous) रूप ले लिया है। इस पर इस बात की स्टडी चल रही है कि इसके संक्रमण 20 फीसदी तक बढ़ते हैं और एंटीबॉडी (Antibodies) पर भी 50 फीसदी तक असर पड़ता है।
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