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किताब प्रकाशकों की शिक्षा मंत्री को धमकी, अगर रवैया नहीं बदला तो प्रकाशित होंगे उनके करतूत
Last Updated on August 4, 2021 by saroj patrwal
शिमला। हिमाचल समग्र शिक्षा अभियान में करोड़ों की किताब खरीद प्रक्रिया में धांधली के आरोप लगे हैं। जिसे चलते बुधवार को प्रकाशकों के एक समूह ने हिमाचल विधानसभा का घेराव किया। साथ ही प्रदेश के शिक्षा मंत्री पर गंभीर आरोप लगाये. प्रकाशकों के समूह ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करते हुए कहा कि प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर के अड़ियल रवैये के कारण आ्रज वे राजधानी में प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने सीएम जयराम ठाकुर से मांग की है कि वे मामले में जल्द से जल्द हस्तक्षेप कर मामले का निपटारा करें। वहीं, प्रदर्शन कर रहे समूह ने कहा कि अगर मंत्री गोविंद ठाकुर ने अपना रवैया नहीं बदला तो सभी प्रकाशक उनके कारमानों की 50 हजार कॉपियां छाप कर प्रदेश भर में वितरित करेंगे।
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भ्रष्ट प्रक्रिया में प्रभावी लोग शामिल
इस दौरान मीडिया से मुखातिब होते हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे बीते दो महीनों से शिक्षा विभाग के मंत्री, सचिव और समग्र शिक्षा के संचालक के सामने अनियमितता के सारे प्रमाण रख चुके हैं। मगर जब स्वयं इस भष्ट प्रक्रिया के सूत्रधार प्रभावी लोग हो, तो परिणाम क्या होगा यह सभी जानते हैं। उन्होंने कहा कि जिस राज्य का मुख्यमंत्री इतना शालीन हो उसके मंत्री, सचिव व संचालकों ने किताब खरीदी प्रक्रिया में घोटाला किया है। बता दें कि प्रकाशकों ने हिमाचल सरकार पर केवल दो-तीन प्रकाशकों को ही तरजीह देने का आरोप लगाया था।
सीएम के सामने रखी मांग
उन्होंने सीएम जयराम से तीन सूत्री मांग रखते हुए कहा कि अत्यंत दोषपूर्ण ढंग से की गयी पुस्तक चयन प्रक्रिया को रद्द किया जाये। दूसरी, शिक्षा मंत्री अपने हठधर्मिता को छोड़कर प्रकाशकों के समूह से बात करें। तीसरी, साल 2019-20 में बिना किसी टेंडर के भारी भ्रष्टाचार कर समग्र शिक्षा अभियान राज्य परियोजना कार्यालय के द्वारा किताबें खरीदी की गयी है। उस प्रकरण को आर्थिक अपराध ब्यूरो से जांच करवाने का आदेश दिया जाए।