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रणवीर सिंह निक्का ने सरेआम खोली राकेश पठानिया की पोल, पार्टी सदस्यता रद्द होने की सूचना पर निकाला गुब्बार
धर्मशाला। सोशल मीडिया (Social Media) से अपनी प्राथमिक सदस्यता के रद्द होने की सूचना मिलते ही रणवीर सिंह निक्का एक बार फिर से हमलावर हो गए हैं। इस बार उनका हमला विरोधियों पर कम अपनी पार्टी पर ज्यादा रहा। नाराज रणवीर सिंह निक्का ने कहा कि अगर पार्टी अपने नाराज कार्यकर्ताओं की प्राथमिक सदस्यताओं को इसी तरह से रद्द करती रही तो उनका कुनबा खाली हो जाएगा। अपनी पार्टी के मौजूदा विधायक और मंत्री से खफा रणवीर सिंह निक्का (Ranveer Singh Nikka) ने आज अपनी जुबान का टैंक राकेश पठानिया की ओर तानते हुए लगातार एक के बाद एक करके कई दमदार गोले दागे। निक्का की इस हरकत ने राकेश पठानिया के रसूख की चूलों को हिला कर रख दिया है, क्योंकि निक्का की रडार पर राकेश पठानिया (Rakesh Pathania ) की प्रोफाइल का हर वो पहलू मौजूद रहा, जिसके जिक्र से अच्छा-खासा इंसान भी बौखलाने पर मजबूर हो सकता है। उन्होंने पठानिया के पहले चुनाव से लेकर अब तक की हर हरकत का बयां ए मीडिया कर दिया, जिसके दूरगामी परिणाम जल्द ही देखने को भी मिल सकते हैं।
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अपना विकास करवा रहे वन मंत्री
रणबीर सिंह निक्का ने कहा कि वन मंत्री राकेश पठानिया मंत्री बनकर अपना ही विकास कर रहे हैं। अपने लोगों के माध्यम से मुझे कथित तौर पर मेरी प्राथमिक सदस्यता रद करवा दी। अगर कोई भ्रष्टाचार कर रहा है तो हम उसे सहन नहीं करेंगे और उसके खिलाफ जांच की मांग प्रदेश सरकार से करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि फोरलेन प्रभावितों पर ऐसे नेता कुछ कार्य नहीं कर रहे। नूरपुर का नेता विधायक व मंत्री बनने के बाद अपने निजी कॉलेजों (Private Colleges) का विस्तार करने में लगे हुए है। 11 करोड़ का घर एक विधायक कैसे बना सकता है। घर बनाने के लिए कई देवदार के पेड़ काट दिए। कहां से करोड़ों की जमीनें आई। महंगी गाड़ियां कहां से आई। इन सभी की सरकार को जांच करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा पार्टी भ्रष्टाचार को कभी भी सहन नहीं करेगी।
मैंने कोई ओहदा नहीं मांगा, टिकट पार्टी तय करती है
रणवीर सिंह निक्का ने कहा कि मैंने सरकार से कोई ओहदा नहीं मांगा और रही टिकट की बात तो टिकट मिलने को अभी बहुत समय है। यह पार्टी तय करेगी टिकट किसे मिलेगी। लोग चार सालों से अपने चुने हुए नेता को ढूंढ रहे हैं। जो नेता जनता के बीच नहीं जाता जनता उसे हराती है। उन्होंने कहा कि मैनें कभी केंद्र व प्रदेश सरकार (State Government) के खिलाफ ब्यानबाजी नहीं की। कभी केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं को गलत नहीं ठहराया। उन्होंने कहा कि हम लोगों की मदद कर रहे हैं और करते रहेंगे। अगर हम किसी मंत्री या विधायक के भ्रष्टाचार को उजागर करते हैं तो उसे तत्काल पार्टी से बाहर कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं अपने स्तर पर गरीब लोगों की मदद कर रहा हूं, लेकिन भाजपा के आला नेता को ऐसा लग रहा है इससे मेरी लोकप्रियता बढ़ रही है और मंडल पर मेरे खिलाफ चलने के लिए दबाव बना रहे हैं। नूरपुर भाजपा मंडल द्वारा मेरी पार्टी प्राथमिक सदस्या खत्म करने की भी बात कही जा रही है।
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मेरे कद से डर रहे दो नेता
निक्का ने पठानिया और अजय महाजन (Ajay Mahajan) दोनों पर चोट करते हुए कहा कि दोनों ही नेता निक्का के बढ़ते कद को देखते हुए बौखला चुके हैं। नतीजतन जो अजय महाजन चुनाव के तुरंत बाद नूरपुर में अपनी रिहायश को रात के 12 बजे ताला लगातर फुर्र हो गए थे, आज वहीं महाजन अब पठानकोट (Pathankot) से नूरपुर वापसी पर मजबूर हो चुके हैं और सुना है कि उन्होंने यहां अब नई रिहायश भी इजाद कर ली है और उसका बाकायदा अभी अभी उद्घाटन भी करवा दिया है। निक्का ने कहा कि राजनीति का अर्थसमाज सेवा होता है व्यापार नहीं। अगर व्यापार ही करना हो तो फिर उसी में ताल ठोकनी चाहिए, राजनीति में आकर व्यापार नहीं करना चाहिए, अन्यथा जनता इसका मजा चखाने में बड़ी देर नहीं लगाती।
2012 में लड़ा था चुनाव
साल 2012 में नूरपुर (Nurpur) से चुनाव लड़ चुके और वर्तमान में पार्टी के जिला महामंत्री रणवीर सिंह निक्का आज अपनी ही प्राथमिक सदस्यता के रद्द होने की सूचना का गिला लेकर धर्मशाला पहुंचे थे। यहां उन्होंने न केवल विपक्ष के नेता और कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष अजय महाजन को रडार पर लिया, बल्कि अपनी पार्टी और नूरपुर से अपनी ही पार्टी के मौजूदा विधायक और सरकार में मंत्री राकेश पठानिया पर भी कड़े शब्दों के प्रहार किए। इस दौरान निक्का का हमला विपक्षी पार्टी के ऊपर कम और अपनी पार्टी और पार्टी के नेता पर ज्यादा नजर आया।
सोशल मीडिया के माध्यम से मिली जानकारी
दरअसल निक्का ने सबसे पहले तो अपनी पार्टी द्वारा उनकी प्राथमिक सदस्यता को रद्द करने की ख़बर का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें सोशल मीडिया (Social Media) के माध्यम से ये जानकारी हासिल हुई है कि उनकी पार्टी ने प्राथमिक सदस्यता रद्द कर दी है। निक्का ने कहा कि हालांकि ये खबर कितनी सच है ये बात वो नहीं जानते, इसलिए क्योंकि उन्हें अभी तक पार्टी की ओर से ऐसी कोई लिखित सूचना नहीं मिली है कि पार्टी लाइन से हटकर काम करने के लिए उनकी प्राथमिक सदस्यता रद्द कर दी, मगर फिर भी वो ये बात स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि पार्टी अपने नाराज कार्यकर्ताओं की प्राथमिक सदस्यता इसी तरह रद्द करती रही तो उनका कुनबा खाली हो जाएगा।