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सत्ती की नसीहत, सीएम को चिट्ठी लिखकर ऊना ना आने को कहें राजयादा
ऊना। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में चुनावों की आहट नजदीक आते ही नेताओं के बीच जुबानी जंग और तेज होती जा रही है। बीजेपी (BJP) और कांग्रेस में एक-दूसरे को शह और मात देने का खेल अब जोर पकड़ने लगा है। मंगलवार को कांग्रेस के विधायक सतपाल सिंह रायजादा (MLA Satpal Singh Raizada) ने बीजेपी नेताओं पर कड़ा प्रहार करते हुए हर जगह झोले में नारियल लेकर चलने की बात कही थी, वहीं आज वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती (Satpal Singh Satti) खुद सामने आए और उन्होंने विधायक पर पलटवार करते हुए रायजादा को पहला विकास विरोधी विधायक करार दे डाला। सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि विधायक रायजादा हिमाचल प्रदेश के पहले ऐसे विधायक (MLA) हैं, जिन्हें अपने ही विधानसभा क्षेत्र में हो रहा विकास नागवार गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि यदि विधायक रायजादा को विकास कार्यों के नारियल (Coconut) फोड़े जाने से इतनी ही ज्यादा दिक्कत हो रही है तो वह सीएम को लिखकर दें कि विधानसभा क्षेत्र में होने वाले तमाम विकास कार्यों को रोक दिया जाए।
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वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि जनता द्वारा चुना गया प्रतिनिधि विकास को प्राथमिकता देता है, लेकिन यहां के विधायक विकास कार्यों को देख कर अपना संतुलन बराबर नहीं रख पा रहे। सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि यदि विधायक को विधानसभा क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों (Development Works) से इतनी एलर्जी है तो वह सीएम को लिखकर दें कि उनके विधानसभा क्षेत्र में कोई उद्घाटन और शिलान्यास (Foundation Stone Laying) न होने पाए, ना इस विधानसभा क्षेत्र में सीएम आए ना केंद्रीय मंत्री आए और ना ही मैं किसी उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम में शिरकत करूंगा। उन्होंने कहा कि विधायक इस संबंध में सरकार को वह नियम भी जरूर लिखकर बताएं, जिसके तहत लोकार्पण और शिलान्यास को रोका जा सकता है। सतपाल सिंह सत्ती ने विधायक रायजादा को चुनौती देते हुए कहा कि विधायक अपने कार्यकाल का लेखा-जोखा लेकर सार्वजनिक स्थल पर आएंए जनता ने उन्हें विधायक बनाया है वह उसी जनता को अपने कार्यकाल में विधानसभा क्षेत्र के लिए किए गए काम बताएं।