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हिमाचल: महंगाई के विरोध में CITU का हल्ला बोल, सरकार पर साधा निशाना
मंडी। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) की मंडी लोकल कमेटी ने सीटू (CITU) के बैनर तले गुरुवार को महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ जमकर हल्ला बोला। सीपीएम के नेताओं ने प्रदेश और केंद्र सरकार (Central Government) के खिलाफ सेरी मंच पर धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान सीपीआईएम के शहरी सचिव सुरेश सरवाल ने कहा कि देश में महंगाई व बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि देश में 2014 के चुनावों से पहले मौजूदा सरकार नारा दे रही थी कि बहुत हुई महंगाई की मार अबकी बार मोदी सरकार। मगर यह सरकार लगातार पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस और खाद्य वस्तुओं के दामों में लगातार बढ़ोतरी कर रही है।
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सब्सिडी नाम मात्र की रह गई
सीपीएम नेता सुरेश सरवाल ने कहा कि देश में 2014 में जहां रसोई गैस का सिलेंडर 410 रुपए में मिलता था। अब यह सिलेंडर एक हजार रूपए को पार कर चुका है। सब्सिडी भी नाम मात्र की मिल रही है। उन्होंने कहा कि इसका मुख्य कारण सरकारी कंपनियों का निजीकरण कर प्राइवेट हाथों में देना है। उन्होंने कहा कि देश की सरकार इसको लगाम लगाने में विफल साबित हुई है। महंगाई के साथ-साथ बेरोजगारी भी चरम सीमा पर है। उन्होंने कहा कि करोड़ों युवा नौकरी की तलाश में घूम रहे हैं। मगर सरकारें केवल अखबारों में ही विज्ञापन दे रही हैं कि नौकरियां निकल रही हैं। उन्होंने कहा कि सही मायने में कोई भी सरकार नौकरी देने में असमर्थ है। जिस प्रकार की नौकरियों दी जा रही हैं, वह आउट सोर्स और ठेका प्रथा है। उन्होंने कहा कि महंगाई जिस रूप में बढ़ रही है वह इस बात को दर्शाता है कि आने वाले समय में देश में भुखमरी और तेजी से बढ़ेगी।
निजीकरण बंद करने की मांग
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने मांग उठाई है कि बढ़ती महंगाई पर रोक लगाई जाए, सभी युवाओं को स्थाई रोजगार, सरकारी क्षेत्रों का निजीकरण बंद करने, सार्वजनिक वितरण प्रणाली को मजबूत करने व सभी को 35 किलो अनाज सस्ते दामों में दिया जाए। सुरेश सरवाल ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो आने वाले समय मे सीपीआईएम उग्र आंदोलन करेगी।
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