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हिमाचल में फटे बादल, कुल्लू में मां-बेटा बहे, लाहुल में दो शव मिले, कई लापता
हिमाचल प्रदेश में रेड अलर्ट ( Red alert)के बीच शिमला, किन्नौर व लाहुल स्पीति में बादल फटने ( Cloud burst) से तबाही हुई है। लाहुल के तोज़िंग नाला में बादल फटने के बाद 2 लोगोंकी मौत हो गई जबकि 10 लोग लापता बताए जा रहे हैं। यहां पर तीन लोगों को रेस्कयू भी किया गया है इन में एक सेना का जवान भी शामिल है। उधर कुल्लू जिला की पार्वती नदी की सहायक ब्रह्मगंगा में मां व बेटे के बह जाने की सूचना है।
लाहुल के डीसी नीरज कुमार का कहना है कि तांदी उदयपुर मार्ग पर तोजिंन नाले में देर रात को भारी बारिश के कारण दो गाड़ियां जिनमें से एक पांगी की तरफ से और दूसरी जालमा की तरफ जा रही थी ये गाडियां नाले में भारी पानी का बहाव होने के कारण बह गई ।यहीं पर बीआरओ की जेसीबी इन्हें निकालने की कोशिश कर रही थी। लेकिन केवल एक व्यक्ति को मलबे से निकाला गया जिसे कुल्लू अस्पताल रैफर कर दिया गया। इसके साथ ही एक अन्य व्यक्ति का शव निकला है। फिलहाल शव को कब्जें में ले लिया गया है और आगामी कारवाई की जा रही है। गाड़ियों के बारे में पता नहीं चल पाया है।एनडीआरएफ की टीम मंडी से बुलाई गई है। तुरंत ही मलबे में दबे लोगों को निकालने का राहत कार्य शुरू करेंगे। इसके साथ केलांग से जिस्पा लेह मार्ग भी कई जगह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। हांलाकि वैकल्पिक मार्ग का इस्तेमाल लेह आने जाने वालों के लिए किया गया है। मगर इस मार्ग से केवल छोटी गाड़ियां ही निकल सकती है। लेह और मनाली टैक्सी यूनियन से आग्रह है कि मनाली लेह पर वेबजह सफर करने से परहेज करें। बीआरओ सड़कों को खोलने में लगी है। जिला प्रशासन ने हर संभव सहायता प्रदान कर रही है।
शिमला जिला के रोहड़ू उपमंडल के चिड़गांव के तहत गुम्मा खड्ड में सुबह चार बजे बादल फट गया।बादल फटने से गुम्मा खड्ड का रौद्र रूप देखने को मिला। इस बाढ़ में कई वाहन बह गए, वहीं लोगों ने जो वाहन योग्य पुल बनाया था , वह भी बह गया।गुम्मा खड्ड के ऊपर बन रहे फुट ब्रिज जिसे जंगलात महकमा बनवा रहा है, उस के लिए इकठ्ठी की गई सामग्री भी आपदा की भेंट चढ़ गई साथ ही मिक्सर मशीन भी क्षतिग्रस्त हो गई है
राजधानी शिमला की बात करें तो यहां पर बारिश से भूस्खलन और चट्टानें गिरने का सिलसिला जारी है। शिमला के पंथाघाटी में भूस्खलन हुआ है। मलबे में कई गाड़ियां दब गई हैं। यहां पर लैंडस्लाइडिंग के बाद अब साथ लगते घरों को ख़तरा बना हुआ है। ओकओवर के पास एक पेड़ सड़क पर आ गिरा।सड़कें बंद हो गई हैं और पानी ठप सप्लाई भी प्रभावित हो गई है।
जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के ब्रह्म गंगा नाले में सुबह 6 बजे बाढ़ आ गई। इस बाढ़ में मां-बेटा बह गए हैं। वहीं एक कैंपिंग साइट भी बाढ़ की भेंट चढ़ गई है। बताया जा रहा है कि एक और महिला भी लापता हो गई है जिसकी अभी पुष्टि नहीं है। जब ब्रह्म गंगा नदी का जलस्तर ने विकराल रूप धारण किया तो लोगों में अफरा-तफरी मच गई। लोग सुरक्षित स्थानों की तरफ भागने लगे। इसी दौरान जब बाढ़ का पानी एक घर की तरफ बढ़ गया तो मां-बेटा भी सुरक्षित स्थानों की तरफ भागने लगे थे, लेकिन दोनों बाढ़ में अचानक बह गए। बताया जा रहा है कि महिला का ससुर सुरक्षित बचा है। वहीं प्रशासन को सूचित किया गया है। प्रशासन ने रेस्क्यू टीम को मौके के लिए भेजा है। अभी भारी बारिश का दौर जारी है।
जिला किन्नौर के रकच्छम गांव की पहाड़ियों पर आज सुबह छह बजे बादल फटा है जिसके चलते रकच्छम गाँव के हुका नाले में बाढ़ आई है ऐसे में रकच्छम गांव के साथ लगते नाले में बाढ़ के चलते नाले का जलस्तर बढ़ गया है और नाले का पानी गाँव मे फैल गया है जिसके चलते कई लोगो के आशियानों में भी नाले का पानी घुस गया है। रकच्छम गांव के हुका नाले में बाढ़ इतनी भयंकर आई कि नाले के पानी मे बड़े बड़े पत्थर,जंगली पेड़ भी बाढ़ अपने आगोश में लेकर आया है जिसके चलते नाले के आसपास के सेब के बगीचों को भी नुकसान बताया जा रहा है वही जिला प्रशासन की ओर से राजस्व विभाग के अधिकारियों को डीसी किन्नौर ने मौके पर जाकर नुकसान के आंकलन करने के निर्देश दिए है परन्तु अभी बाढ़ काफी तेज है जिसके चलते इस जगह पर जाना जान जोखिम में जा सकती है ।बता दे कि अभी फिलहाल रकच्छम के हुका नाले में बाढ़ के जलस्तर का कम होने का नाम नही है वही ग्रामीण बचाव कार्य के साथ अपने मवेशियों को सुरक्षित जगह पर ले जा रहे है साथ ही नाले के बाढ़ में आये पानी को गाँव मे बहने से बचाव को लेकर लगातार काम कर रहे है।
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