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Big breaking: डीजीपी कुंडू का दावा, पेपर लीक के किंग पिन तक पहुंचे हिमाचल पुलिस के हाथ
Last Updated on May 25, 2022 by saroj patrwal
हिमाचल पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले ( Himachal Police Recruitment Paper Leak case) की परतें धीरे- धीरे खुलने लगी है। हिमाचल प्रदेश के डीजीपी संजय कुंडू ने खुलासा किया है कि हिमाचल पुलिस पेपर लीक मामले के सरगना तक पहुंच गई है और हिमाचल व राजस्थान पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले के तार एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। एक ट्वीट में डीजीपी ने लिखा है- कांस्टेबल पेपर लीक में, सोलन module के king-pin को हिमाचल और राजस्थान पुलिस गिरफ़्तार करने की हर संभव कोशिश कर रही हैं। इस module का सरग़ना संदीप टेलर, आयकर विभाग चित्तौड़गढ़ राजस्थान में कर-सहायक के पद पर कार्यरत है।संदीप टेलर ने पैसे कैश और ऑनलाइन मोड से प्राप्त किए, और कुछ पैसे अपनी पत्नी के खाते में ट्रांसफर भी किए। जिससे इनकी पत्नी भी मुल्ज़िम बन गई हैं। संदीप टेलर पत्नी राजस्थान सरकार में TGT है।
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https://twitter.com/sanjaykunduIPS/status/1529346960049979392
एसआईटी द्वारा की जा रही जांच से यह पता चला है कि संदीप दर्जी निवासी वार्ड संख्या 45, शांति नगर औद्योगिक क्षेत्र सीकर, तहसील और जिला सीकर, राजस्थान, जो चित्तौड़गढ़ में आयकर विभाग में कर सहायक समूह-सी के रूप में कार्यरत है, सोलन मॉड्यूल में पेपर लीक का सरगना है। जांच में आगे खुलासा हुआ है कि उसने दो बिचौलियों वीरेंद्र कुमार और देव राज के जरिए सोलन और अर्की क्षेत्र के 07 उम्मीदवारों से 03 लाख रुपये लिए थे, जिन्हें एसआईटी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। दोनों बिचौलियों को उनकी सेवाओं के लिए संदीप से 50 हजार रुपये मिले। उम्मीदवारों द्वारा 80-90 फीसदी भुगतान ऑनलाइन किया गया था, जबकि कुछ भुगतान नकद में किया गया था।संदीप दर्जी की पत्नी रिंकी पूर्वा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सांग्लिया, जिला सीकर में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। यहखुलासा हुआ है कि कुछ राशि संदीप दर्जी की पत्नी के बैंक खाते में भी जमा कराई गई है, जिससे वह इस मामले में सहयोगी बन गयी है।सोलन जिले में पेपर लीक में शामिल आरोपियों के पास से अब तक एसआईटी द्वारा 14 मोबाइल फोन और 03 वाहन जब्त किए गए हैं। संदीप टेलर को गिरफ्तार करने के लिए हिमाचल प्रदेश पुलिस की एक विशेष टीम राजस्थान के चित्तौड़गढ़ और सीकर में पहले ही प्रतिनियुक्त की जा चुकी है।, हिमाचल प्रदेश पुलिस की विशेष टीम को स्थानीय पुलिस की सहायता सुनिश्चित करने के लिए राजस्थान के डीजीपी, एसपी चित्तौड़गढ़ और एसपी सीकर के संपर्क में हैं। राजस्थान पुलिस कांस्टेबल परीक्षा में भी पिछले सप्ताह “पेपर लीक” का अनुभव हुआ।