- Advertisement -
आरबीआई यानी भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) एक दिन बाद पहली दिसंबर को रिटेल डिजिटल रुपी (Retail Digital Rupee) के पायलट प्रोजेक्ट को लांच करने जा रहा है। आरबीआई ने 31 को कहा था कि पायलट एक महीने के समय में शुरू होगा। इस पायलट प्रोजेक्ट (Pilot Project) में डिजिटल रुपी क्रिएशनए डिस्ट्रीब्यूशन और रिटेल यूज की पूरी प्रोसेस को बारीकी से परखा जाएगा। इस टेस्ट से मिली लर्निंग पर रिटेल डिजिटल रुपी में बदलाव होंगे। आरबीआई (RBI) के अनुसर इस पायलट प्रोजेक्ट में ग्राहकों और व्यापारियों का क्लोज्ड ग्रुप होगा जो चुनिंदा स्थानों को कवर करेगा। ई-रुपी का डिस्ट्रीब्यूशन बैंकों के माध्यम से किया जाएगा। उपभोक्ता ई रुपी को अपने डिजिटल वॉलेट में रख सकेंगे और डिजिटल वॉलेट के माध्यम से ही ट्रांजेक्शन कर सकेंगे।
इसके अलावा मर्चेंट को क्यूआर कोड (QR Code) से भी पेमेंट किया जा सकेगा। आरबीआई के अनुसार ई-रुपी को पैसों के अन्य रूप में भी कनवर्ट किया जा सकेगा। इस पायलट प्रोजेक्ट (Pilot Project) के लिए आठ बैंकों को चुना गया है, लेकिन पहले चरण की शुरुआत देश भर के चार शहरों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक से होगी। इसके बाद बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक सहित चार और बैंक इस पायलट में शामिल होंगे। जबकि चार शहरों में यह पायलट शुरू होगा। जिसमें मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर शामिल हैं। इसके बाद इसे धीरे-धीरे अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोच्चि, लखनऊ, पटना और शिमला तक विस्तारित किया जाएगा।
RBI
यह डिजिटल करेंसी दो तरह की होगी। सीबीडीसी होलसेल और सीबीडीसी रिटेल। 1 नवंबर को रिजर्व बैंक ने होलसेल ई-रुपी का पायलट लॉन्च किया था। ये केवल बड़े वित्तीय संस्थान जिसमें बैंक, बड़ी नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां और दूसरे बड़े सौदे करने वाले संस्थानों के लिए हैं। इसके लिए SBI, BOB, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, HDFC बैंक, ICICI बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, IDFC फर्स्ट बैंक और HSBC को चुना था। ई-रुपी यानी डिजिटल करेंसी की वैल्यू भी मौजूदा करेंसी के बराबर ही होगी। इसको भी फिजिकल करेंसी की तरह ही एक्सेप्ट किया जाएगा। ई-रुपी से जेब में नगदी रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह भी मोबाइल वॉलेट की तरह काम करेगी। इसे रखने के लिए बैंक खाते की अनिवार्यता नहीं होगी। इससे कैशलेस पेमेंट (Cashless Payment) कर सकेंगे।
- Advertisement -