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विद्युत परियोजना की हाई टेंशन तारों में लगी आग, पेड़-पौधे जले
शिमला। एक सौ मेगावाट की शोरंग जल विद्युत परियोजना की विद्युत प्रभाव लाइनों में आग लग गई। चौरा गांव के आसपास दो स्थानों पर भयंकर आग (Fire) लगने से कई पेड़ पौधे जल गए हैं। लोगों में दहशत का माहौल है। इस परियोजना से पहले भी कई बार ऐसे हादसे हुए हैं। लोगों ने परियोजना निर्माताओं के खिलाफ मामला दर्ज करने की उठाई है। बता दें कि चौरा गांव में दो स्थानों पर हाई टेंशन (High Tension) विद्युत प्रवाह लाइनों से भयंकर आग लगी, जिस से कई पेड़ पौधे भी जले। घटना के वक्त बारिश (Rain) नहीं हो रही होती तो जंगल तबाह हो जाता। गनीमत यह रही कि हादसे के वक्त टावर लाइनों (Tower Lines) के आसपास कोई व्यक्ति या जानवर नहीं थे। अन्यथा बड़ा हादसा हो जाता।
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इससे पहले भी शोरंग परियोजना की हाई टेंशन विद्युत प्रवाह लाइन से चौरा गांव में अर्थिंग वायर टूट कर गिरी थी। इतना ही नहीं इससे पहले भी एक बार इन लाइनों में आग लगी थी। इसी तरह पूर्व में परियोजना पेन स्टॉक चैनल (Pen Stock Channel) फट जाने से रूपी क्षेत्र में बड़ा हादसा हुआ और इसमें बह कर लोग भी लापता हुए थे। चौरा ग़ांव के अशोक कुमार का कहना है कि शोरंग परियोजना निर्माण गुणवत्ता पूर्ण होती तो ऐसे हादसे ना होते। उन्हें इस परियोजना की लाइन से खतरा बना है।
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जब विद्युत प्रवाह लाइन के लिए टावर बनाया जा रहा था तो भारी विस्फोट से उनके घर को क्षतिग्रस्त किया और क्षतिपूर्ति के नाम पर चंद पैसे देकर खिलवाड़ किया गया। अब उनका घर असुरक्षित हुआ है। उधर, शोरंग परियोजना के अधिकारी अनूप बनियल ने बताया कि शोरंग जल विद्युत परियोजना से विद्युत प्रवाह हेतु टेस्टिंग का कार्य चला हुआ था। इस दौरान हादसा हुआ है। अब वह लाइन को ठीक से चेक करवाएंगे ताकि कोई खामी ना रह जाए। एसडीएम भावानगर मनमोहन सिंह ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही राजस्व टीम को मौके पर भेज दिया गया है, ताकि घटना की सही स्थिति का पता चल सके। उन्होंने कहा कि इसमें कंपनी की ओर से खामी होगी तो कार्रवाई की जाएगी।
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