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शिमला। हिमाचल में लंबे समय से संघर्षरत पीसमील वर्करों (Peace Meal Worker) को आज नए साल का तोहफा मिला है। हिमाचल पथ परिवहन निगम ने पीस मील वर्करों को अनुबंध पर लाने की पॉलिसी (Contract Policy)अधिसूचित कर दी है। इस पॉलिसी की अधिसूचना जारी होने के बाद पीस मील वर्करों ने राहत की सांस ली है। वहीं एचआरटीसी ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अब भविष्य में जॉब रेट (Job Rate) आधार पर पीस मील वर्करों को भर्ती नहीं करने का फैसला लिया है। मंगलवार को पीस मील वर्करों को पॉलिसी पर लाए जाने से संबंधित अधिसूचना एचआरटीसी (HRTC) के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार की ओर से जारी की गई है। बता दें कि पिछले माह इन 989 पीस मील वर्करों ने अपनी मांगों को लेकर टूल डाउन हड़ताल की थी। यह हड़ताल 20 दिन से भी ज्यादा चली थी। उनकी इस हड़ताल में तकनीकी कर्मचारियों ने भी शामिल होकर इन्हें मजबूती प्रदान की थी।
पीसमील वर्करों की इस हड़ताल (Strike) से कई बसें मरम्मत के लिए वर्कशाप में खड़ी हो गई थी। जिससे प्रदेश भर के कई रूट प्रभावित होने लगे थे। जिसके बाद प्रदेश सरकार ने इन्हें अनुबंध नीति के तहत लाने का फैसला ले लिया था। रिक्त पदों के हिसाब से पीस मील वर्करों को लाभ दिया जाएगा। पहले चरण में आईटीआई ITI) व पांच साल का अनुभवए नान आईटीआई व छह साल के अनुभव वालों को प्राथमिकता मिलेगी। वर्तमान में ऐसे 755 पीस मील वर्कर पात्र हैं। 1 दिसंबर 2021 तक रिक्त 631 पदों पर इन्हें नियुक्तियां दी जाएंगी। शेष पीस मील वर्करों को 31 मार्च व 30 सितंबर 2022 तक रिक्त होने वाले पदों के अनुसार अनुबंध पर लाया जाएगा। बीते दिनों हिमाचल पथ परिवहन निगम के निदेशक मंडल (बीओडी) की बैठक में यह फैसला लिया गया था। अब इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है।
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