-
Advertisement
अब मंडी प्रशासन बनेगा गुड्डू राम का सहारा, दो बेबस महिलाओं की कहानी भी आई सामने
Last Updated on August 22, 2021 by Vishal Rana
हरीश ठाकुर /कटौला। जिला मंडी ग्राम पंचायत शेगली के गांव बागी निवासी गुड्डू की दर्द भरी कहानी डीसी अरिंदम चौधरी ने सुनी उन्होंने तुरंत मंडी रेडक्रॉस सोसाइटी के सचिव ओपी भाटिया को मौके पर जाने के आदेश दिए। रेडक्रास सोसाइटी के सचिव ने बीमार व पीड़ित गुड्डू राम के घर द्वार जाकर उनका कुशल क्षेम जाना।इसके बाद पता चला कि गुड्डू राम बीते 4 वर्षों से बिस्तर पर है उसे उन सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा, जो सरकार ने चला रखी हैं। ओपी भाटिया ने इनकी पूरी स्थिति का जायजा लेकर विवरणिका तैयार की। सचिव ने बताया कि जिला प्रशासन मंडी की तरफ से पीड़ित परिवार को एक सप्ताह के भीतर सूचना पत्र प्राप्त होगा, जिसमें आगामी अपंगता प्रमाण पत्र बनाने संबंधित निश्चित तारीख, राजस्व विभाग को डीसी आफिस से मकान की सुविधा दिलवाने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी करवाने के निर्देश दिए जाएंगे।
यह भी पढ़ें: सुन लो सरकार! गुड्डू को भी है सहारा योजना की दरकार
ओपी भाटिया का कहना है कि प्रशासन की ओर से गुड्डू राम की पुरी मदद की जाएगी। गुड्डू राम अनुसुचित परिवार से संबंध रखता है। उसे एक नया घर बनाने की व्यवस्था की जाएगी, साथ ही दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाकर पेंशन भी लगाई जाएगी। इसके मानसिक रूप से दिव्यांग बेटे का भी इलाज किया जायेगा। गुड्डू राम को सहारा योजना के तहत 3 हजार रुपये मासिक सहायता तथा अपंगता पेंशन के तहत उन्हें 1500 रुपये मासिक पेंशन प्रदान की जाएगी। गुड्डू राम का कहना है कि उसने जीने की आस ही छोड़ दी थी। डीसी मंडी मेरी मदद के लिए आगे आये, मैं उनका हमेशा आभारी रहूंगा।
दो और महिलाओं की कहानी भी पता चली
साथ लगते गांव के एक अन्य विधवा औरत की कहानी का जब ओपी भाटिया को पता चली तो वे उसके घर भी गए और उसकी हालत का जायजा भी लिया। महिला का नाम कृष्णा है और उसके पति का 7 साल पहले स्वर्ग वास हो गया था। कृष्णा के दो बेटे हैं, इनमें एक बचपन से ही विकलांग है और बुजुर्ग सास भी है। कृष्णा देवी ने भावुक होकर कहा कि उसके घर पर न तो बिजली है ना पानी का नल क्योंकि वो ना तो बिजली का बिल भर सकती ना ही पानी का बिल दे सकती है। ओपी भाटिया का कहना है कृष्णा के बेटे का विकलांगता प्रमाण पत्र बनाकर उसको पेंशनदिलाई जाएगी। साथ ही बिजली व पानी का प्रबंध भी किया जाएगा। इसके अलावा उसी गांव में एक कोयला देवी का मामला भी ओपी भाटिया के सामने आया। कोयला देवा घास काटते समय आठ माह पहले गिरी थी तबसे वह बिस्तर पर है। भाटिया ने कहा कि महिला को अभी तक एक वर्ष पूरा नहीं ोह पाया जा जैसे ही एक साल पूरे होगा हैं तो इनको विकलांगता प्रमाण पत्र बनाकर पेंशन लगवाई जायेगी और ईलाज का भी हर संभव प्रयास किया जायेगा।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए Subscribe करें हिमाचल अभी अभी का Telegram Channel…