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पांवटा साहिब। हिमाचल प्रदेश में पड़ोसी राज्यों से सटे इलाकों में खनन माफिया (Mining Mafia) सक्रिय है। सिरमौर (Sirmaur) जिला की बात करें तो यहां पर दो दिन पहले वनरक्षक (Forest Guard) पर हमला हुआ था, लेकिन अब पुलिस और खनन विभाग के अधिकारियों पर भी हमला हुआ है। यह नहीं खनन माफिया ने एक माइनिंग इंस्पेक्टर का अपहरण भी कर लिया है। यह हमला और अपहरण (Kidnapping) उस समय किया गया, जब रात को खनन कर रहे माफिया को पकड़ने के लिए पुलिस के जवान रामपुर घाट क्षेत्र में यमुना नदी पर पहुंचे थे। खनन माफिया ने पुलिस (Police) जवान से मारपीट की और माइनिंग इंस्पेक्टर (Mining Inspector) को पकड़ लिया। मामले की शिकायत थाना में दर्ज की गई है।
मिली जानकारी के अनुसार सिरमौर जिले के पांवटा साहिब के रामपुर घाट क्षेत्र में पिछले काफी समय से खनन माफिया सक्रिय है। बुधवार देर रात पुलिस और खनन विभाग के अधिकारियों ने जब मौके पर दबिश दी तो खनन माफिया ने पुलिस व खनन विभाग के कर्मियों पर हमला (Attack) कर दिया। इतना ही नहीं माइनिंग इंस्पेक्टर को भी अगवा कर लिया। जिसे बाद में पुलिस ने माफिया से भिड़ कर किसी तरह से छुड़ा लिया। खनन माफिया ने पुलिस जवान और वन विभाग कर्मी से मारपीट भी की। इस संबंध में थाना पांवटा में पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल इस घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
जाहिर है रेत, बजरी माफिया पांवटा से यमुना नदी के रास्ते अवैध सामग्री उत्तराखंड (Uttarakhand) पहुंचा रहे थे। माइनिंग और पुलिस विभाग कर्मी गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करने पहुंचे थे। वहीं खनन माफिया अंधेरे का फायदा उठाकर यमुना नदी को पार कर उत्तराखंड की तरफ भाग गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। डीएसपी बीर बहादुर ने बताया कि शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों की पहचान की जा रही है। आरोपी जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगे। बता दें कि तीन दिन पहले एक वन रक्षक पर भी माफियाओं ने हमले का प्रयास किया। यह मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा था कि अब दूसरी घटना सामने आ गई है। वहीं जिला खनन अधिकारी सुरेश भारद्वाज ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। खनन माफिया तथा अपहरण करने वाले लोगों को गिरफ्तार करने के लिए एक पुलिस टीम उत्तराखंड भेजी गई है।
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