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शिक्षा के व्यापारीकरण के खिलाफ विद्यार्थी परिषद का धरना -प्रदर्शन
Last Updated on March 11, 2020 by
शिमला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद( ABVP) की ओर से शिमला जिला के सभी कॉलेज इकाइयों में धरना-प्रदर्शन कर नियामक आयोग और फर्जीवाड़े मामले को लेकर जमकर नारेबाजी कर शिक्षा के व्यापारीकरण को बंद करने की मांग की गई। छात्र नेताओं का कहना था कि प्रदेश में शिक्षा के व्यापारीकरण व फर्जीवाड़े का मामला आज प्रदेश के सामने आया है। जब प्रदेश में अत्याधिक निजी विश्वविद्यालय खोले गए तो विद्यार्थी परिषद में इसका विरोध किया था विद्यार्थी परिषद ने मांग की थी कि छोटे से प्रदेश में इतने अधिक निजी विश्वविद्यालय को खोलना उचित नहीं है ये गुणात्मक शिक्षा के बजाय शिक्षा को बेचने का गोरख धंधा बन जाएगा। विद्यार्थी परिषद ने उस समय शिक्षा के व्यापारीकारण के विरुद्ध प्रदेशव्यापी आंदोलन किया था। और शिक्षा के व्यापारी करण को बंद करने की मांग की थी। परंतु आज यह सच साबित हुआ है । सबके सामने मानव भारती विश्वविद्यालय में फर्जी डिग्रियां बेचने का मामला सामने आया है।
जिला संयोजक सचिन ने चेतावनी दी कि इस प्रकार से शिक्षा के क्षेत्र में हो रही गड़बड़ियां और डिग्रियों का फर्जीवाड़ा विद्यार्थी परिषद कदापि सहन नही करेगी और सरकार से मांग है कि जो भी निजी विवि इसमें संलिप्त पाए जाते है उनकी मान्यता तुरंत रद्द कर दी जानी चाहिए और साथ ही सभी निजी विवि में समय समय पर जांच पड़ताल व उन पर नजर रखी जानी चाहिए। विद्यार्थी परिषद मांग करती है कि शिक्षा को धंधा बनाने वाले नियामक आयोग के अध्यक्ष को भी जल्द से जल्द उनके पद से बर्खास्त किया जाना चाहिए ,यदि प्रशाशन द्वारा समय रहते इसमें कोई कार्यवाही नहीं की गई वो प्रदेश सरकार व प्रशाशन के खिलाफ विद्यार्थी परिषद मोर्चा खोल देगी।