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गोमा के मंत्री बनने में दलित फैक्टर रहा बड़ा कारण; CM बोले- मेरिट को मिली तवज्जो
Last Updated on December 18, 2023 by Soumitra Roy
रविंद्र चौधरी/ धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश कैबिनेट (Himachal Pradesh Cabinet) के हालिया विस्तार में यादवेंद्र गोमा (Yadvendra Goma) के मंत्री बनने में दलित फैक्टर सबसे ज्यादा काम आया है। यह बात खुद सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को धर्मशाला में विधानसभा के शीतकालीन सत्र (Himachal Vidhan Sabha Winter Session) के लिए पहुंचने के बाद कही। उन्होंने कहा कि पार्टी ने जाति और क्षेत्र के आधार पर मंत्री बनाने के बजाय मेरिट (Merit) पर ध्यान दिया।
उन्होंने मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि गोमा एमबीए हैं। युवा हैं। कांगड़ा (Kangra) को पहली बार कोई दलित मंत्री मिला है। सीएम ने कहा कि बात केवल कांगड़ा को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व की नहीं है। कांगड़ा जिले का विकास और उसके लिए दृष्टि की भी है। हमें पूरे हिमाचल का एक समान विकास करना है। बीजेपी की आक्रोश रैलियों (Akrosh Rallies) पर सीएम ने कहा कि उनके पास इसके सिवा दूसरा काम ही क्या है। जब राज्य पर आपदा आई, तब उन्होंने साथ नहीं दिया। अब आक्रोश दिखा रहे हैं।
ग्रीन इंडस्ट्री पर है जोर
दुबई के दौरे से जुड़े सवाल पर सीएम ने कहा कि हिमाचल के लिए सरकार का ध्यान ग्रीन इंडस्ट्री (Green Industry) पर सबसे ज्यादा है, जो हिमाचल प्रदेश के पर्यावरण के अनुकूल हो। अगले माह दुबई के निवेशक आ रहे हैं। सरकार उन्हें उपलब्धता के आधार जमीन देगी। आपको बता दें कि दुबई के कई निवेशकों ने हिमाचल में हॉस्पिटैलिटी सेक्टर और टूरिज्म सेक्टर में निवेश की इच्छा जताई है।