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“टाइपिंग मिस्टेक” पड़ी भारी, दो बार दिलाई ऊना नप के मनोनीत पार्षदों को शपथ
ऊना। शब्दों का सही जगह पर इस्तेमाल करना बहुत जरूरी होता है। अगर ऐसा ना हो तो कई बार उसके गलत अर्थ भी निकल आते हैं। बात जब शपथ लेने की हो यानी संविधान के नियमों की हो तो बहुत सावधानी बरतनी पड़ती है। ऊना में भी आज टाइपिंग मिस्टेक ( Typing Mistake) के चलते पार्षदों को दो बार शपथ लेनी पड़ी। नगर परिषद ऊना के मनोनीत पार्षदों की शपथ ग्रहण में मनोनीत की जगह निर्वाचित शब्द का प्रयोग किया गया। हुआ ये कि मनोनीत पार्षदों को दिलाई जा रही शपथ के वक्त एसडीएम डॉ. निधि पटेल शपथ ग्रहण करवाते समय मनोनीत की जगह निर्वाचित शब्द का प्रयोग कर दिया। समारोह में ही मौजूद पूर्व पार्षद नवदीप कश्यप ने अधिकारियों का ध्यान इस गलती पर खींचा।
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वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती की मौजूदगी में हुई शपथ ग्रहण को एक बार फिर से आयोजित करना पड़ा। लेकिन गलती बताने के बाद दूसरी बार फिर से वो ही गलती करते हुए एसडीएम ने सभी मनोनीत पार्षदों को दोबारा से शपथ ग्रहण करवा दी। गौरतलब है कि नगर परिषद उना में डॉक्टर सुभाष शर्मा, खामोश जैतक, कैप्टन चरणदास और बलविंदर सिंह को प्रदेश सरकार द्वारा पार्षद मनोनीत किया गया है। समारोह के दौरान नगर परिषद की अध्यक्ष पुष्पा देवी और सभी नगर पार्षदों समेत नगर के प्रबुद्ध जन भी मौजूद रहे। एसडीएम डॉ निधि पटेल ने कहा कि लिपिकीय गलती के चलते मनोनीत की जगह निर्वाचित शब्द का प्रयोग हुआ था। गलती का सुधार करते हुए सभी पार्षदों को मनोनीत शब्द के साथ दोबारा से शपथ दिलाई गई है। इस गलती को पकड़ने वाले पूर्व पार्षद नवदीप कश्यप ने कहा कि नगर परिषद और प्रशासन की गलती से दो बार गलत शपथ दिलाई गई है। यह संविधान के नियमों की अवहेलना है। उन्होंने कहा कि हाउस की बैठक में यह सदस्य दोबारा ठीक शपथ लेने के बाद ही हिस्सा ले सकते है।
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