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Himachal में निजी लैब में भी हो पाएगा Corona Test, 2,400 रुपए दाम तय
Last Updated on July 24, 2020 by Sintu Kumar
ऊना। कोरोना संकट के बीच प्रदेश वासियों के लिए एक अच्छी खबर है। उद्योगों और ठेकेदारों के पास बाहरी राज्यों से आने वाले कामगारों के कोविड टेस्ट अब निजी लैबोरेट्रीज (Private laboratories) में हो पाएंगे। इसके लिए ऊना जिला प्रशासन ने दो लैबोरेट्रीज को अधिकृत किया है। इससे पहले देश के अन्य राज्यों में निजी लैबोरेट्रीज में टेस्ट की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है, जबकि हिमाचल प्रदेश में अभी तक जिला ऊना (Una) में ही यह सुविधा शुरू की गई है। इससे स्वास्थ्य विभाग को भी थोड़ी राहत मिलेगी वहीं सैंपलिंग की संख्या भी बढ़ेगी। हालांकि निजी लैबोरेट्रीज को सैंपल्स की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के साथ भी साझा करनी होगी। निजी लैब में कोविड टेस्ट के लिए प्रत्येक सैंपल का 2,400 रुपए दाम तय किया गया है। डीसी ऊना ने उद्योगपतियों और ठेकेदारों से बाहरी राज्यों से आने वाली लेबर के सैंपल करवाने का आह्वान किया है।
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अन्य राज्यों की तर्ज पर ही जिला ऊना में भी अब सरकारी क्षेत्र के बाद निजी लैबोरेटरी में भी कोविड-19 के टेस्ट किए जाएंगे। जिला प्रशासन ने इस कवायद को आगे बढ़ाते हुए दो निजी लेबोरेटरी के साथ टायअप कर लिया है, जबकि अन्यों के साथ बातचीत जारी है। ये सुविधा विशेष रूप से बाहरी राज्यों से आने वाले कामगारों (Workers) के लिए शुरू की गई है। बाहरी राज्यों से आने वाले औद्योगिक कामगारों और ठेकेदारों के पास काम करने वाले मज़दूरों की कोविड-19 की जांच के लिए जिला प्रशासन ने इस सुविधा को शुरू किया है। प्रशासन ने उद्योगपतियों और ठेकेदारों से आग्रह किया है कि बाद में काम बंद होने की नौबत आने से बचने के लिए, बाहर से आने वाले कामगारों और मजदूरों के पहले ही कोविड-19 के टेस्ट करवाकर सुनिश्चितता के साथ लेबर को काम पर ले जाना शुरू करें। निजी लैब्स में होने वाले ये टेस्ट 2400 रुपए की दर पर किए जाएंगे।
डीसी ऊना संदीप कुमार ने कहा कि अनलॉक (Unlock) में लगभग सभी काम शुरू हो चुके हैं ऐसे में बाहरी राज्यों से काफी संख्या में कामगार भी आ रहे हैं और इन कामगारों के जल्द सैंपल हो सकें इसके लिए प्रशासन द्वारा निजी लैब्स के साथ टायअप किया है। डीसी ऊना ने कहा कि उद्योगपति और ठेकेदार अगर अपनी लेबर को काम पर भेजने से पहले कोविड टेस्ट करवा लेंगे तो इससे पॉजिटिव मरीजों का पहले पता चल जाएगा जिससे उद्योग और ठेकेदारों के काम प्रभावित नहीं होंगे।