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मंडी। हिमाचल प्रदेश सरकार से प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिकाओं ने अपनी मांगों को लेकर प्रदेश सरकार को एक ज्ञापन भेजा। एनटीटी अध्यापिकाओं ने नियुक्ति के लिए दो वर्षीय डिप्लोमा की शर्त को हटाने और शिक्षा विभाग द्वारा तय की गई 35 वर्ष की आयु सीमा को बढ़ाने की मांग की है।
एनटीटी अध्यापिकाओं ने मांग उठाई है कि सरकार दो वर्ष के डिप्लोमा के स्थान पर एक वर्षीय डिप्लोमा की शर्त लगाए और 35 वर्ष की आयु सीमा को बढ़ाकार 45 किया जाए। एनटीटी संघ मंडी जिला प्रधान निशा सैनी ने कहा कि एनटीटी अध्यापिकाओं की बैच वाइज भर्ती की जाए। इससे जिला कि लगभग 1500 से ज्यादा एनटीटी टीचर्स को लाभ मिलेगा। बुधवार को एनटीटी अध्यापिकाओं ने भारतीय जनता मजदूर संघ के बैनर तले डीसी मंडी अरिंदम चौधरी के माध्यम से हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर को ज्ञापन भेजा। एनटीटी अध्यापिकाओं ने सीएम जयराम ठाकुर के नियुक्ति करने के फैसले पर आभार जताया और नियुक्ति के लिए पेश आ रही समस्याओं के बारे में भी सरकार को अवगत करवाया।
वहीं, हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता मजदूर संघ के प्रदेश महामंत्री बीर सिंह भारद्वाज ने बताया कि संघ के संघर्ष का ही परिणाम है कि आज प्रदेश सरकार ने प्रदेश में एनटीटी टीचर्स की भर्ती की प्रक्रिया शुरू की है। उन्होंने इस कार्य के लिए हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर का आभार जताया है। उन्होंने भी सरकार से भर्ती नियमों में बदलाव करने की मांग उठाई है ताकि प्रदेश की एनटीटी अध्यापिकाओं को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि अन्य नौकरियों में 18 से 45 की आयु सीमा है तो फिर एनटीटी की उम्र 35 कर शिक्षा विभाग उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। उन्होंने उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार जरूर उनकी मांगों पर गौर करेगी।
बता दें कि प्रदेश में नर्सरी अध्यापिकाओं की नियुक्ति करने के फैसले से एनटीटी में काफी खुशी है, लेकिन कुछ शर्तों होने के चलते प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापक संघ में जुड़ी हजारों अध्यापिकाओं को झटका लगा है। महिलाएं 1988-89 बैच की एनटीटी हैं और रोजगार न मिलते अधिक्तर 35 वर्ष की आयु सीमा को पार कर चुकी हैं, जिसके कारण इन्हें भविष्य में परेशानी हो सकती है।
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