- Advertisement -
मंडी। छोटी काशी के नाम से विख्यात मंडी शहर में शिवरात्रि महोत्सव ( Shivaratri fastival) की तैयारियां शुरू हो गई हैं। पुरातन काल से चली आ रही परंपराओं के अनुसार तारारात्रि( Tararatri) से शिवरात्रि का आगाज माना जाता है और यह तारारात्रि बीती रात को थी। तारारात्रि की रात को मंडी शहर के प्राचीन बाबा भूतनाथ मंदिर ( Baba Bothnath Temple) के शिवलिंग पर माखन( makhan) का लेप चढ़ाने की परंपरा रही है। बीती रात इस पंरपरा की निर्वहन किया गया। मंदिर के पुजारी महंत देवानंद सरस्वती ने बताया कि पहले दिन माखन के लेप पर संग्मेश्वर महादेव की आकृति बनाई गई है। यह प्रसिद्ध मंदिर हरियाणा के कैथल में है। उन्होंने बताया कि शिवरात्रि तक रोजाना शिवलिंग पर माखन का लेप चढ़ाया जाएगा और भगवान शिव के विभिन्न रूपों की आकृतियां उकेर कर श्रद्धालुओं को दर्शन करवाए जाएंगे। शिवरात्रि वाले दिन माखन को उताकर इसे प्रसाद के रूप में बांटा जाएगा। उन्होंने बताया कि प्राचीन काल से चली आ रही परंपराओं का इस वर्ष भी पूरी तरह से निर्वहन किया जाएगा।
वहीं छोटी काशी के लोगों में शिवरात्रि महोत्सव के नजदीक आते ही खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। स्थानीय निवासी पंडित राम लाल ने बताया कि शिवरात्रि के दौरान भगवान शिव की आराधना करने से विशेष लाभ मिलता है और लोग वर्ष भर इस पर्व का बेसब्री से इंतजार करते हैं। बता दें कि मंडी का शिवरात्रि महोत्सव आज अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कर चुका है और इसे हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है। इस बार 11 मार्च को शिवरात्रि है जबकि 12 से 18 मार्च तक सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव( International Shivaratri Festival) मनाया जाएगा। महोत्सव का आगाज बाबा भूतनाथ मंदिर से ही होता है।
- Advertisement -