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Corona Vaccine पर सवाल उठाने वालों को कैप्टन अमरिंदर का जवाब – चाहता था पहला टीका मुझे लगे
Last Updated on January 16, 2021 by Sintu Kumar
चंडीगढ़। कोरोना की वैक्सीन पर जहां विपक्षी दल सवाल उठा रहे हैं ऐसे में पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt Amarinder Singh) ने इसके पक्ष में अपनी बात रखी है। राज्य में कोरोना वैक्सीन लगाने की मुहिम का आगाज करने से पहले सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह चाहते थे कि पहली वैक्सीन उन्हें लगाई जाए, लेकिन केंद्र सरकार के निर्देशों के कारण ऐसा नहीं हो पाया। उन्होंने कहा है कि पहले चरण में केवल फ्रंट लाइन पर काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों (Health workers) को ही डोज दी जाएगी इसलिए वह नहीं लगवा पाए।
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[Live]: Launch of #Covid19 vaccination for our 1.74 lakh health workers working in both Government & Private health care facilities from Civil Hospital Mohali. https://t.co/NGhowEQeHK
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) January 16, 2021
कैप्टन ने कहा कि मैं पिछले कई दिनों से वैक्सीन (Corona Vaccine) के बारे में फैलाई रही भ्रांतियों की खबरों को देख रहा हूं। उन्होंने ऐसी अफवाएं फैलाने वालों को चेताते हुए कैप्टन अमरिंदर कहा कि कोई भी वैज्ञानिक तब तक कोई चीज आम लोगों के लिए रिलीज नहीं करता जब तक वह खुद संतुष्ट नहीं हो जाता। उन्होंने कहा कि कई बार वैक्सीन लगाने के बाद हल्की सी एलर्जी हो जाती है पर इसका अर्थ यह नहीं है कि वैक्सीन ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। कुछ लोगों को कुछ खास खाद्य वस्तुओं से भी एलर्जी हो जाती है पर इससे घबराने की जरूरत नहीं होती। सीएम ने वैक्सीन मुहिम की शुरूआत करते हुए पीएम मोदी से अपील की कि गरीब लोगों को यह नि:शुल्क लगाई जाए।
Happy that #Covid19 vaccination has commenced and we have started with healthworkers. We will gradually start vaccinating other people as well. I have written to PM @NarendraModi Ji to request him to provide free vaccination for lower income groups. pic.twitter.com/6ydWscQbZi
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) January 16, 2021
सीएम ने पंजाब (Punjab) के लोगों को कोरोना से चेताते हुए कहा कि इसके प्रति वे लापरवाह ना हों। अभी ये बीमारी खत्म नहीं हुई है, बल्कि इसके नए और गंभीर लक्ष ण देखे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले साल पंजाब में केस आने की शुरूआत होते ही हमने 22 मार्च से पंजाब में कर्फ्यू लगा दिया था और ऐसा करने वाला पंजाब पहला राज्य था। उन्होंने स्वास्थ्य और पुलिस विभाग की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी हिम्मत और मेहनत के चलते ही इसे कंट्रोल किया जा सका है। कैप्टन ने बताया कि पंजाब में किसी समय 3700 मरीज रोजाना आ रहे थे आज 242 आ रहे हैं। एक समय जहां रोजाना 150 लोग मर रहे थे अब 12 पर रह गए हैं। राज्य में 30 हजार टेस्टिंग रोजाना की जा रही है।