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स्टेशन पर कुली का काम करते थे IAS श्रीनाथ, जानें उनके संघर्ष की कहानी
Last Updated on June 10, 2022 by sintu kumar
हमारे देश में संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) की परीक्षाओं को सबसे मुश्किल माना जाता है। इस परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए कुछ उम्मीदवार कोचिंग सेंटर का सहारा लेते हैं। जबकि, कुछ उम्मीदवार अपनी मेहनत से इस परीक्षा में सफलता हासिल करते हैं। आज हम आपको एक ऐसे उम्मीदवार की संघर्ष की कहानी बताएंगे, जो कि कभी एक कुली का काम करते थे।
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हम बात करे रहें हैं केरल के श्रीनाथ (Sreenath) की। श्रीनाथ मुन्नार के मूल निवासी हैं। उन्होंने अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए एर्नाकुलम में एक कुली के रूप में काम किया। श्रीनाथ रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के बैग और सामान ले जाने के अपने काम के प्रति बेहद समर्पित थे। श्रीनाथ ने रेलवे स्टेशन पर लगे वाईफाई कनेक्शन का इस्तेमाल करके यूपीएससी परीक्षा पास की।
श्रीनाथ अपने परिवार के लिए आजीविका का एकमात्र स्रोत थे। श्रीनाथ ने पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते उन्होंने अपनी मासिक आय को बढ़ाने की सख्त जरूरत समझी। आवश्यक फिजिकल टेस्ट पास करने के बाद श्रीनाथ एक अधिकृत कुली (Coolie) बन गए। उन्होंने पांच साल तक कुली की नौकरी जारी रखी और इससे और ज्यादा हासिल करने का सपना देखा।
श्रीनाथ बताते हैं कि 2018 में उन्होंने कड़ी मेहनत करने का फैसला किया ताकि उनकी कम आय के कारण उनकी बेटी के भविष्य के साथ समझौता ना हो। इसके लिए उन्होंने प्रतिदिन 400 से 500 रुपए कमाने के लिए दिन-रात मेहनत करना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में बैठने के बारे में सोचा, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते वे कहीं से कोचिंग नहीं ले पाए। ऐसे में उन्होंने स्मार्टफोन को अपना आदर्श मित्र बनाया।
वहीं, रेलवे स्टेशन पर लगी मुफ्त वाईफाई सेवा ने श्रीनाथ के लिए सफलता की कुंजी का काम किया। अपनी मेहनत के दम पर श्रीनाथ ने सीएसई परीक्षा को क्रैक किया। रेलवे स्टेशन पर काम करने के साथ-साथ उन्होंने ऑनलाइन लेक्चर सुनना शुरू किया। इसके बाद उनकी कड़ी मेहनत ने उन्हें केरल लोक सेवा आयोग की लिखित परीक्षा पास करने के लिए प्रेरित किया।
श्रीनाथ सरकार के भू-राजस्व विभाग के तहत एक ग्राम क्षेत्र सहायक के रूप में काम करना चाहते थे। भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक को पास करने के लिए श्रीनाथ ने चार बार प्रयास किया और हार नहीं मानी। परीक्षा की तैयारी करने के साथ-साथ श्रीनाथ ने कुली के रूप में काम करना जारी रखा। इसके बाद फिर श्रीनाथ ने अपने पांचवें प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल कर अपना आईएएस बनने का सपना पूरा किया। आईएएस श्रीनाथ (IAS Sreenath) ऐसे छात्रों के लिए एक प्रेरणा हैं, जो असफलता मिलने का बाद निराश महसूस करते हैं और अपनी क्षमताओं पर विश्वास नहीं रखते हैं।