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ये हैं दुनिया के वो देश जिनके पास नहीं है अपनी Army-ऐसे करते हैं सीमाओं की सुरक्षा
किसी भी देश की सुरक्षा सबसे अहम होती है। आतंरिक सुरक्षा के साथ-साथ बाहरी यानी सीमाओं (Border) की सुरक्षा उससे भी महत्वपूर्ण होती है। दुनियाभर में बहुत सारे देश (Countries) ऐसे हैं,जिनका सबसे ज्यादा बजट सुरक्षा पर ही खर्च होता है। लेकिन कुछ देश ऐसे भी हैं जो सुरक्षा के नाम पर एक भी पैसा खच्र नहीं कर सकते। ऐसे में उनकी सुरक्षा (Security)का जिम्मा दूसरे देश पर है। हालांकि,ऐसे देश कम हैं,लेकिन आज हम आपको इस बात से अवगत करवाने जा रहे हैं कि दुनिया में कुछ देश ऐसे भी हैं,जिनके पास अपनी सेना (Army) ही नहीं है।
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कोस्टा रिकाः मध्य अमेरिका के कैरिबियाई क्षेत्र में स्थित देश कोस्टा रिका (Costa Rica) में वर्ष1948 के बाद से कोई भी सेना नहीं है। 1948 में यहां भयंकर गृहयुद्ध छिड़ गया था, जिसके बाद इस देश ने अपनी सेना खत्म कर दी। यह देश बिना सेना के चलने वाले बड़े देशों में शुमार है। हालांकि, यहां आंतरिक मामलों को सुलझाने के लिए (Police) पुलिस है।
आइसलैंडः यूरोप के दूसरे सबसे बड़े द्वीप आइसलैंड को खूबसूरती के मामले में बहुत अच्छा देश कहा जाता है। यहां भी वर्ष 1869 से ही कोई सेना नहीं है। यह देश नाटो का सदस्य है और इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी अमेरिका की है।
वैटिकन सिटीः वैटिकन सिटी (Vatican City) ये देश दुनिया का सबसे छोटा देश है, उसके पास किसी तरह की कोई सेना नहीं है। हालांकि कुछ वर्ष पहले यहां नोबल गार्ड हुआ करते थेए लेकिन वर्ष 1970 में इसे खत्म कर दिया गया। तब से इस देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी इतालवी सेना की है।
मोनैकोः मोनैको (Monaco) भी एक छोटा सा देश है, जहां 17वीं शताब्दी से ही किसी तरह की कोई सेना नहीं है। हालांकि, यहां दो छोटी, छोटी फौजी टुकड़ियां हैं, जिसमें से एक राजकुमार की सुरक्षा करती है और एक सामान्य नागरिकों की। फ्रांस की सेना इस देश को सुरक्षा प्रदान करती है।
मॉरीशसः मॉरीशस (Mauritius) जिसे बहुसांस्कृतिक देश की वजह से जाना जाता है। यहां भी वर्ष 1968 से ही किसी तरह की कोई सेना नहीं है। हालांकि यहां 10,000 पुलिस कर्मी हैं, जो आंतरिक और बाहरी (Internal and External Security) दोनों तरह की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालते हैं। लेकिन सेना नाम की कोई भी संस्था यहां नहीं है।