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एलन मस्क के न्यूरालिंक प्रोजेक्ट को झटका, ट्रायल में शामिल 15 बंदरों की गई जान
Last Updated on February 15, 2022 by sintu kumar
टेस्ला के मालिक एलन मस्क अपनी कंपनी न्यूरालिंक के जरिये इंसान के दिमाग में चिप लगाने की कोशिश कर रहे हैं। माना जा रहा है कि इससे बहुत सी चीजों को दिमाग से सोचने मात्र से ही कंट्रोल किया जा सकेगा, लेकिन मस्क के इस प्रोजेक्ट की वास्तविकता काफी डराने वाली है। दरअसल, इंसान के दिमाग में चिप लगाकर उसे सोचकर कंट्रोल करने वाले एलन मस्क के न्यूरालिंक प्रोजेक्ट को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है।
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रिपोर्ट्स के अनुसार, जिन 23 बंदरों में न्यूरालिंक चिप टेस्टिंग के लिए लगाई गई थी, उनमें से लगभग 15 बंदरों की मौत हो गई है। साल 2017 से 2020 के बीच न्यूरालिंक चिप को बंदरों की खोपड़ी में छेद करके लगाया गया, जिससे बंदरों को ब्लड इंफेक्शन हो गया और उनकी मौत हो गई। जबकि, कुछ बंदरों की लगातार उल्टी होने के कारण मौत हो गई। वहीं, ऑटोप्सी रिपोर्ट में बताया गया है कि बंदरों को ब्रेन हेमरेज हुआ था। रिपोर्ट्स के अनुसार, न्यूरालिंक इसी साल से ह्यूमन पर इसका ट्रायल शुरू करने वाला है, लेकिन इस खुलासे के बाद इस प्रोजेक्ट पर आगे क्या असर होता है, इस पर लोगों की नजरें टिकी हुई हैं।
बता दें कि इस न्यूरालिंक प्रोजेक्ट को साल 2016 में शुरू किया गया था और इससे लोगों को सीरियस ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड में लगी चोट से रिकवर करने के उद्देश्य से बनाया गया है। दावा किया गया था कि ये लोगों को इंटरनेट से कनेक्ट करने के अलावा डिप्रेशन और मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर को ठीक कर सकता है।