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हिमाचल: 648 लोग एक साल में हुए स्क्रब टाइफस का शिकार, 6 की जा चुकी है जान
Last Updated on October 12, 2021 by admin
शिमला। हिमाचल में एक साल में 648 लोग स्क्रब टाइफस की चपेट में आए हैं। इनमें छह लोगों की मौत भी हुई है। हिमाचल (Himachal) में स्क्रब टाइफस के अधिकतर मामले गांवों से सामने आए हैं। यह जानकारी सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने दी। हिमाचल स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने प्रदेशवासियों का आह्वान किया है कि स्क्रब टाइफस (Scrub Typhus) से बचाव के दृष्टिगत अपने घरों और आसपास के क्षेत्र में झाड़ियां और घास फूस ना उगने दें। झाड़ियों और घास फूस में पाए जाने वाले कीड़ों के माध्यम से यह रोग फैलता है। विभाग के प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि डेंगू और चिकनगुनिया के मामले जहां शहरी क्षेत्रों में पाए जाते हैं, वही स्क्रब टाइफस के मामले अधिकतर गांवों में सामने आते हैं। स्क्रब टाइफस एक बैक्टीरिया का संक्रमण है और इसके लक्षण चिकनगुनिया जैसे ही होते हैं।
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क्या है स्क्रब टाइफस की पहचान
स्क्रब टाइफस में सिर दर्द, सर्दी लगना, बुखार, शरीर में दर्द तथा तीसरे से पांचवे दिन के बीच शरीर पर लाल दाने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। मरीज में रोग के सभी या कुछ लक्षण सामने आ सकते हैं। इस रोग की अवधि दो से तीन सप्ताह की होती है। यह रोग कीड़ों के काटने से फैलता है। संक्रमित होने के पश्चात् मरीज बहुत ज्यादा कमजोरी महसूस करता है और कुछ लोगों में जी-मिचलाने की भी शिकायत देखी जाती है। स्क्रब टाइफस बुखार 7 से लेकर 12 दिनों तक रहता है। बुखार बिगड़ने की स्थिति में कमजोरी और अधिक बढ़ती है। मरीज को बेहोशी और हृदय संबंधी समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। बुखार के चौथे से छठे दिन के भीतर शरीर पर दाने निकल आते हैं। 40 वर्ष से अधिक आयु के 50 प्रतिशत मरीजों और 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के मरीजों के लिए स्क्रब टाइफस जानलेवा हो सकता है।
एक साल में 4382 टेस्ट किए
जनवरी-2021 से 12 अक्तूबर, 2021 तक राज्य में स्क्रब टाइफस के लिए लगभग 4382 टेस्ट किए गए, जिनमें 648 लोग स्क्रब टाइफस पॉजिटिव पाए गए। इसी अवधि के दौरान जिला बिलासपुर में 132, चंबा में 45, हमीरपुर में 56, कांगड़ा में 63, किन्नौर में 3, कुल्लू में 17, मंडी में 97, शिमला में 153, सिरमौर में 25, सोलन में 37, ऊना में 19 के अलावा आईजीएमसी शिमला व मेडिकल कॉलेज टांडा में एक-एक मामला स्क्रब टाइफस पॉजिटिव पाया गया है, जबकि इसी अवधि के दौरान स्क्रब टाइफस से 6 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई हैं।
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