-
Advertisement
हेड कांस्टेबल मामलाः सुसाइड करने का वीडियो जारी कर जानबूझ कर गायब हुआ था जसवीर
Head Constable Missing Case: नाहन। प्रदेशभर में बहुचर्चित हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी(Head Constable Jasvir Saini) के मामले में नया मोड़ आ गया है। सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर रिजाइन देने और सुसाइड करने की बात कहने के बाद भूमिगत हुए जसवीर को हरियाणा के जिला अंबाला के नारायणगढ़ और मुलाना के बीच एक गांव से बरामद कर लिया है, जिन्हें मेडिकल कालेज नाहन(Medical College, Nahan) में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार जसवीर अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। उनकी बरामदगी के बाद कई सवाल भी खड़े हो गए हैं। कहीं न कहीं इस पूरे प्रकरण को लेकर अफसरों को बदनाम करने की साजिश सामने आ रही है। ये खेल जसवीर सैनी पर ही भारी पड़ता नजर आ रहा है।
वीडियो जारी करने के बाद जानबूझकर छिप गया था जसवीर
इस सिलसिले में डीआईजी स्टेट सीआईडी क्राइम डा. डीके चौधरी(DIG State CID Crime Dr. DK Chaudhary) ने नाहन में पत्रकारवार्ता की और सवालों के जबाव भी दिए। उन्होंने कहा कि जसवीर पूरी तरह स्वस्थ हैं। इस मामले की जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। सबसे पहले गुमशुदा जसवीर सैनी की तलाश करना पुलिस के लिए मुख्य मकसद था। अब उनकी बरामदगी से इस मामले की तस्वीर भी साफ होती दिख रही है. जसवीर वीडियो जारी करने के बाद जानबूझकर छिप गया था।
रिश्वत लेने की बात सामने आई थीः एसपी
एसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा (SP Sirmaur Raman Kumar Meena) ने भी पत्रकारों के सवाल के जवाब देते हुए कहा कि जसवीर के खिलाफ महीनेभर पहले कालाअंब के एक व्यक्ति की शिकायत मिली थी, जिसमें रिश्वत लेने की बात सामने आई थी। उसका ऑडियो भी वायरल(Audio viral) हुआ था। इसकी जांच के आदेश दिए ही थे कि जसवीर को इसकी भनक लग गई। इसके बाद ये सारा प्रकरण घटित हुआ। एसपी ने कहा कि 20 साल के युवक की पिटाई के मामले में न तो जांच अधिकारी जसवीर सैनी ने ना तो एक्सरे कराया और ना ही मारपीट के वीडियो को कब्जे में लिया। वह इस मामले की सही जांच नहीं कर रहा था। इसके बाद जब शिकायत मिली तो उसे सही जांच के आदेश दिए गए थे। उसे इस मामले में 307 धारा लगाने के लिए कोई दवाब नहीं डाला गया।यदि इसी तरह हर कर्मचारी वीडियो वायरल कर अपनी जांच की जिम्मेदारी से बचता रहेगा तो अधिकारी कैसे काम लेंगे। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर जिन लोगों ने सिरमौर पुलिस की छवि बिगाड़ने के लिए ट्रायल चलाया, उनके खिलाफ भी उचित कार्रवाई की जाएगी।
पिटाई मामले की जांच अब दूसरे कर्मचारी को सौंपी
एक सवाल के जवाब में एसपी रमन कुमार मीणा ने बताया कि युवक की पिटाई मामले की जांच अब दूसरे कर्मचारी को सौंपी जा रही है। इस केस को भी सीआईडी को ट्रांसफर कर दिया है। मामले की जांच सीआईडी करेगी। बता दें कि इस मामले की पूरे प्रदेश में चर्चा रही है. इस मामले में अब जो पहलू निकलकर आए हैं, उससे न केवल जिला पुलिस कप्तान रमन कुमार मीणा की छवि बेदाग हुई है, वहीं पीड़ित अनीष और उसके परिवार को भी अब न्याय की उम्मीद नजर आ रही है। इस मौके पर एएसपी योगेश रोल्टा, डीएसपी प्रोबेशन अदिति सिंह, डीएसपी हेडक्वार्टर रमाकांत ठाकुर भी मौजूद रहे।