-
Advertisement
Ratan Tata: लंबे इंतजार के बाद रतन टाटा का ड्रीम प्रोजेक्ट बनकर तैयार
Ratan Tata: नेशनल डेस्क। रतन टाटा (Ratan Tata) किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं, उन्हें हर कोई जानता है। टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा ने 86 साल की उम्र में अपना सालों पुराना सपना पूरा किया है। ये सपना है ‘Pet Project’ का जोकि बनकर तैयार हो गया है, और जल्द ही शुरू भी होने वाला है। रतन टाटा का जानवरों (Animals) के लिए प्यार किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने मुबंई में एक बड़ा पशु अस्पताल (Animal Hospital) बनाने का ड्रीम देखा था, जो साल 2024 में पूरा हुआ है। इस अस्पताल में मार्च महीने की शुरुआत में काम शुरू हो जाएगा। इस अस्पताल का नाम टाटा ट्रस्ट्स स्मॉल एनिमल हॉस्पिटल है।
अस्पताल के निर्माण कार्य पर 165 करोड़ खर्च
रतन टाटा ने महालक्ष्मी में इस Animal Hospital का निर्माण कराया है। 2.2 एकड़ जमीन में बने इस अस्पताल में कुत्ते, बिल्ली, खरगोश जैसे जानवरों का इलाज किया जाएगा। ये अस्पताल 24×7 समय में जानवरों का इलाज करता रहेगा। आपको बता दें कि इस अस्पताल के निर्माण कार्य पर 165 करोड़ रु. का खर्च आया है। टाटा ने ये सपना करीब 12 साल पहले देखा था।
वर्ल्ड क्लास एनिमल हॉस्पिटल खोलने का फैसला
अस्पताल के उद्धाटन से पहले टाटा ने एक इंटरव्यू में कहा कि इस अस्पताल का निर्माण करना मेरा सपना था। उन्होंने बताया कि जब एक बार उनके डॉग को ज्वाइंट में समस्या आई और उसके रिप्लेसमेंट के लिए उन्हें अमेरिका ले जाना पड़ा, उनके लिए चुनौतीपूर्ण हो गया था। मिनेसोटा यूनिवर्सिटी तक जाने और उसके इलाज के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद उन्होंने भारत में एक वर्ल्ड क्लास एनिमल हॉस्पिटल खोलने का फैसला किया। मुंबई के इस अस्पताल में पालतू जानवरों को वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी मिलेगी। आपको बता दें कि जब रतन टाटा 2012 में टाटा संस के चेयरमैन के पद से हटे थे, उसके बाद से ही इस अस्पताल का काम शुरू हो गया था। मुबंई में बना ये पशु अस्पताल देश के सबसे बड़े अस्पतालों में शामिल होगा। इसका संचालन टाटा ग्रुप के द्वारा ही किया जाएगा।