- Advertisement -
धर्मशाला। 200 करोड़ से बने धर्मशाला-मैकलोडगंज रोपवे (Dharamshala-McLeodganj Ropeway) को आज सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) ने जनता को सौंप दिया। इससे नौ किलोमीटर का सफर अब पांच मिनट में होगा। लोगों और पर्यटकों को कोतवाली से मैकलोडगंज तक रोपवे से एक तरफ के 340 और अप-डाउन करने के लिए एक व्यक्ति को 500 रुपए चुकाने पड़ेंगे।
इटली की कंपनी (Italian Company) का रोपवे एक ट्रॉली में आठ लोगों को धर्मशाला से मैकलोडगंज पहुंचाएगा। रोपवे में 18 ट्रॉलियां स्थापित की गई हैं। एक घंटे में करीब 800 लोग सफर का आनंद ले सकते हैं। यह रोपवे देश का पहला आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से से लैस है। बिना गियर वाले इस रोपवे का सफर बेहद ही सुरक्षित है। इससे समय के साथ बिजली की भी बचत होगी। रोपवे में सफर करने वाले लोग हर तरफ से धर्मशाला शहर (Dharmshala City) की खूबसूरती को निहार सकेंगे। बता दें कि धर्मशाला रोपवे का कार्य वर्ष 2017 में शुरू हुआ था और दिसंबर 2019 तक इसका कार्य पूरा होना प्रस्तावित था, मगर कोरोना महामारी और कई अन्य कारणों के चलते अब इसका कार्य करीब दो साल बाद पूरा हुआ। जिला पर्यटन अधिकारी पृथी पाल सिंह ने बताया विभाग और टाटा कंपनी (Tata Company) की ओर से रोपवे के सफर का किराया तय किया गया है।
लंबे जाम में फंसने की बजाय अब पर्यटक पांच मिनट में धर्मशाला से मैक्लोडगंज पहुंच जाएंगे। रोपवे की कुल लंबाई 1751.60 मीटर है, जोकि पहले 2355 मीटर प्रस्तावित थी। अब पर्यटकों को धर्मशाला से मैक्लोडगंज जाने के लिए 1.7 किलोमीटर के सफर की सुविधा मिल जाएगी। इस रोपवे में कुल 10 टावर हैं, जोकि ट्रॉली और रस्सी को संभाल के रखते हैं। रोपवे की लंबाई 1751.60 मीटर है। रोपवे में कुल 10 टॉवर हैं। रोपवे के निर्माण के लिए 998 पेड़ों में 498 को काटा गया है, जबकि अन्य 500 पेड़ों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
सीएम ने कहा कि इस रोपवे का निर्माण 2018 में शुरू किया गया था और इसे धर्मशाला रोपवे लिमिटेड और हिमाचल प्रदेश पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा सार्वजनिक निजी भागीदारी परियोजना के रूप में डीएफबीओटी मोड के अंतर्गत विकसित किया गया है। जयराम ठाकुर ने कहा कि यह रोपवे मैकलोडगंज की यातायात समस्या को हल करने में सहायक सिद्ध होगा और इससे पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह रोपवे एक घंटे में 1000 लोगों को एक दिशा में ले जाएगा और ट्रॉली को धर्मशाला से मैकलोडगंज पहुंचने में कुल पांच मिनट का समय लगेगा। इसमें 10 टावर और दो स्टेशन हैं। उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना में मोनो केबल डिटेचेबल गोंडोलस तकनीक का इस्तेमाल किया गया है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीन चौधरी, उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह, सांसद किशन कपूर और इंदू गोस्वामी, राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश चंद धवाला, धर्मशाला के विधायक विशाल नैहरिया, वूलफेड के अध्यक्ष त्रिलोक कपूर, मिल्कफेड के अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा, निदेशक पर्यटन अमित कश्यप, उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
- Advertisement -