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हिमाचल में मुस्लिम कारोबारियों के आधार कार्ड पर विवाद, 88 में से 46 की डेट ऑफ बर्थ पहली जनवरी
Controversy Over Aadhaar Card of Muslim community In Himachal : शिमला। शांत कहे जाने वाले हिमाचल प्रदेश में मस्जिद विवाद (Mosque Dispute In Himachal Pradesh) के चलते अब मुस्लिम समुदाय (Muslim Community) के आधार कार्ड (Controversy Over Aadhaar Card) को लेकर नया विवाद खड़ा होता दिख रहा है। कारण बाहरी राज्यों से आए मुस्लिम कारोबारियों की डेट ऑफ बर्थ है। शिमला जिला के गुम्मा (Gumma In Shimla Distt)में ऐसा मामला सामने आया है कि 88 में से 46 लोगों की जन्म तिथि पहली जनवरी है। इससे समुदाय विशेष पर शक की सुई घूम रही है।
चार हिंदू कारोबारी भी शामिल
संदेह के आधार पर गुम्मा व्यापार मंडल ने कोटखाई पुलिस थाना (Kotkhai Police Station) में इसकी शिकायत दी है, जिसमें 88 कारोबारियों के दस्तावेज पुलिस को दिए और इनकी जांच की मांग की गई। व्यापार मंडल का दावा है कि 88 में से 46 लोगों की जन्म तिथि पहली जनवरी है। बर्थ ईयर जरूर अलग-अलग है। इनमें बाहरी राज्यों के चार हिंदू कारोबारी भी शामिल हैं।
ज्यादातर कारोबारी उत्तर प्रदेश के
गुम्मा व्यापार मंडल के प्रधान देवेंद्र सिंह (Devendra Singh President of Gumma Vyapar Mandal) के मुताबिक उन्होंने बाहरी राज्यों से आए कारोबारियों के दस्तावेज की जांच की तो पता चला कि इनमें ज्यादातर प्रवासी कारोबारियों की डेट ऑफ बर्थ पहली जनवरी है। एक जैसी जन्म तिथि वाले ज्यादातर कारोबारी उत्तर प्रदेश के है। उनका कहना है कि संभव है कि अधैड़ लोगों को अपनी (Date Of Birth) डेट ऑफ बर्थ याद ना हो। इसलिए ज्यादातर ने अपनी जन्म तिथि एक जनवरी लिखा दी होए लेकिन 2001 से 2009 के बीच जन्मे मुस्लिम युवाओं (Muslim Youth) को भी अपनी जन्म तिथि याद नहीं है। इससे शक गहरा जाता है।
-संजू चौधरी