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गुड़िया के परिजन पहुंचे जयराम के द्वार, मामले की दोबारा जांच की उठाई मांग
शिमला। हिमाचल के बहुचर्चित गुड़िया दुष्कर्म एवं मर्डर मामले (Gudiya Rape and Murder case) में सीबीआई अदालत ने आरोपी चिरानी नीलू को उम्रकैद की सजा सुना दी है, लेकिन गुड़िया के माता पिता इस जांच से संतुष्ट नहीं हैं। सीबीआई जांच (CBI investigation) से असंतुष्ट परिवार एक बार फिर सीएम जयराम के समक्ष पहुंच गया है। गुड़िया के पिता और उनकी मदद करने वाले मदद सेवा ट्रस्ट के सदस्यों ने शनिवार को राज्य सचिवालय में सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने सीएम से दो साल पहले दिए आश्वासन के अनुसार इस मामले की जांच फिर से कराने और नीलू के अलावा अन्य दोषियों को भी पकड़ने की मांग की। मदद सेवा ट्रस्ट के विकास थाप्टा ने बताया कि पिछली बार सीएम जयराम ने मुलाकात के दौरान केस कोर्ट में होने का हवाला देते हुए असमर्थता जताई थी, लेकिन अब चूंकि केस का कोर्ट में निस्तारण हो गया है इसलिए परिवार ने जयराम से दोबारा जांच कराने की मांग की है।
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इसके अलावा गुड़िया के पिता ने कहा कि वह सीबीआई कोर्ट (CBI Court) के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देंगे और आरोपी नीलू को उम्र कैद की बजाय फांसी की सजा की मांग करेंगे। गुड़िया के पिता ने कहा कि सीबीआई ने उनके विश्वास को तोड़ दिया है और अब किसी पर भी विश्वास नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति का काम नहीं हो सकता, फिर भी सीबीआई ने सिर्फ एक आरोपी को पकड़ कर मामला निपटा दिया, जो कि सही नहीं है। उन्होंने कहा कि गुड़िया के अन्य आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं और जब तक उन सभी को सजा नहीं दिलवा देते वह चैन से नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार चाहती है कि गुड़िया को न्याय मिले तो उसे जांच कराने के आदेश जारी करने चाहिए।
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