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शिमला। हिमाचल प्रदेश के लाहुल-स्पीति में आधी रात को धरती हिली। लाहुल-स्पीति में भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.0 आंकी गई है। जानकारी के मुताबिक, आधी रात को 12 बजकर 10 मिनट पर भूकंप आया है। भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। भूकंप से किसी जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। मौसम विज्ञान के शिमला केंद्र की ओर से भूकंप आने की पुष्टि की गई है।
हिमाचल (Himachal) में जनवरी माह से अब तक 14 बार भूकंप आ चुका है और अब ये संख्या 15 हो गई है। सबसे ज्यादा बार चंबा (Chamba) जिला में 9 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। फरवरी माह में पांच और मार्च माह में अब तक पांच बार भूकंप आ चुका है। 12, 14, 20 और 25 फरवरी को दो बार भूकंप आया है। मार्च में 8 मार्च को दो बार, 9 मार्च को दो बार और 10 मार्च को एक बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। आठ मार्च को चंबा में 3.6 और 3.5 तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप का केंद्र जमीन से पांच किलोमीटर नीचे था। एक भूकंप सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर आया और फिर करीब 18 मिनट बाद 10 बजकर 38 मिनट पर फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए। इससे अगले दिन 9 मार्च को भी चंबा में भूकंप के झटके महसूस हुए। इस बार भी 3.5 तीव्रता का भूकंप रिकॉर्ड किया गया। भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था और दोपहर 12 बजकर 34 मिनट पर झटके महसूस किए गए।
9 मार्च को लाहुल स्पीति में 2.8 तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप रात करीब साढ़े 11 बजे रिकॉर्ड किया गया। इसका केंद्र जमीन से 5 किलोमीटर नीचे था। 10 मार्च को सुबह करीब 7 बजकर 50 मिनट पर लाहुल स्पीति में एक बार फिर धरती डोली और 3.4 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र जमीन से पांच किलोमीटर नीचे था। 12 फरवरी को हिमाचल सहित दिल्ली-एनसीआर, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में भूकंप (Earthquake) के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप करीब 10 बजकर 35 मिनट पर आया। 14 फरवरी दोपहर 3:49 बजे प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.2 रही। भूकंप का केंद्र बिलासपुर (Bilaspur) रहा। बिलासपुर के अलावा राजधानी शिमला (Shimla) में कई लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए और वे घरों से बाहर निकल आए थे। भूकंप का केंद्र 10 किमी गहराई में था।
इसके बाद 20 फरवरी को चंबा में 2.8 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप के झटके सुबह 3 बजकर 55 मिनट पर महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र जमीन से पांच किलोमीटर नीचे था। 25 फरवरी को कांगड़ा में 2.2 और चंबा में 2.4 तीव्रता का भूकंप रिकॉर्ड किया गया। कांगड़ा में सुबह 2 बजकर 33 मिनट और चंबा में सुबह 3 बजकर 55 मिनट पर भूकंप आया। 11 जनवरी को जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.1 आंकी गई है। भूकंप इतना जोरदार था कि कांगड़ा और चंबा में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप रात 7 बजकर 32 मिनट और 4 सेकंड पर आया। जम्मू-कश्मीर में जमीन से पांच किलोमीटर भूकंप का केंद्र रहा है। 9 जनवरी को भी कांगड़ा (#Kangra) जिला के धर्मशाला (Dharamshala), पालमपुर और आसपास के क्षेत्रों में भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए। भूकंप 8 बजकर 21 मिनट 50 सेकंड पर आया था। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.2 आंकी गई है। भूकंप का केंद्र करेरी में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। 5 जनवरी को चंबा में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप दोपहर एक बजकर 9 मिनट पर आया था। इसका केंद्र जमीन से पांच किलोमीटर नीचे था। तीव्रता 3.2 थी। वहीं, चंबा में दो जनवरी को रात करीब पौने 12 बजे भी 2.6 तीव्रता भूकंप आया था।
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