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खुद को जंजीरों से जकड़कर खेतों में काम रहे #किसान, आखिर क्या है माजरा
Last Updated on December 26, 2020 by Sintu Kumar
तरनतारन। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। हरियाणा और पंजाब के किसान अब अपना गुस्सा अलग-अलग तरीके से व्यक्त करने लगे हैं। बीजेपी नेताओं के काफिले के आगे प्रदर्शन हो या नेताओं के लिए तैयार हैलीपैड खोदना किसानों को सरकार का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए अब इस तरह के हथकंडे अपनाने पड़ रहे हैं। पंजाब (Punjab) के तरनतारन जिले के एक गांव में आजकल किसान गले में जंजीरें डाल कर खेतों में काम कर केन्द्र सरकार (Central government) के विरुद्ध रोष प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि जब तक काले कानून वापस नहीं लिए जाते, तब तक वह इसी तरह गले में जंजीरें डालकर काम करते रहेंगे।
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इन किसानों का कहना है कि पहले वो अंग्रेजों के गुलाम थे और अंग्रेज इसी तरह लोगों को जंजीरों में जकड़ कर उनसे जबरन काम करवाते थे और यही काम देश के पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) करवाना चाहते हैं। जब किसानों से पूछा गया कि आप जंजीरों में जकड़ कर खेतों में क्यूं काम कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि वह अपने देश के नौजवानों को ये बताना चाहते हैं कि इसी तरह ही अंग्रेजों के समय उनके बड़े बुजुर्गों के साथ हुआ। फिर एक लहर बनी और पंजाब के लोगों ने उस लहर का हिस्सा बनकर अंग्रेजों को देश से भगाने में कामयाबी हासिल की थी।
किसानों का कहना है कि उनके बाद अगर आप पर कभी भी मुसीबत आए तो उसका इसी तरह डटकर विरोध करो। जंजीरों में जकड़ कर किसानों के साथ उनके बच्चे भी इसी तरह ही खेतों में काम करते दिखाई दिए। उनका कहना है कि जब तक देश के पीएम मोदी काले कानून वापस नहीं लेते, तब तक वह इसी तरह गले में जंजीरें डालकर खेतों में काम करके उनका विरोध जताते रहेंगे।