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शिमला/कुल्लू। हिमाचल में मौसम ने करवट क्या बदली। बारिश और ओलावृष्टि (Hailstorm) ने तबाही ही मचानी शुरू कर दी। हालांकि लोगों को बारिश (Rain) और ओलावृष्टि से भीषण गर्मी से निजात तो मिल गई, लेकिन इस दौरान प्रदेश भर में भारी नुकसान की भी खबरें सामने आने लगी। मंगलवार दोपहर बाद राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में जमकर बारिश हुई। वहीं शिमला के कुछ क्षेत्रों में भयंकर ओलावृष्टि हुई। जिससे हर तरफ बर्फ जैसी सफेद चादर बिछ गई। ऐसा लग रहा था मानो की शिमला में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। शिमला (Shimla) में दोपहर तीन बजे ही अंधेरा होने से रात जैसा एहसास होने लगा। शिमला के अलावा चंबा, मंडी, कुल्लू सहित ऊपरी क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। कई जगह तो बारिश से काफी नुकसान भी हुआ है। शिमला जिले के ऊपरी इलाकों में हुई ओलावृष्टि से सेब के पेड़ों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। वहीं शिमला पहुंचे पर्यटक बारिश और ओलावृष्टि देख कर झूम उठे। उन्होंने इन पलों को मोबाइल में कैद करना शुरू कर दिया।
वहीं आज हुई बारिश ने सड़कों को पानी से भर दिया। गर्मियों में बंद पड़ी नालियों में अचानक आया पानी सड़कों पर पहुंच गया। जिला चंबा में बारिश ने काफी तबाही मचाई है। वहीं मैदानी इलाकों में अंधड़ (Storm) चलने से भी काफी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। प्रदेश में 5 मई तक मौसम खराब बना रहेगा और इस दौरान अधिकतर हिस्सों में बारिश के साथ ओलावृष्टि होने की संभावना भी है। बता दें कि मौसम विभाग की ओर से आज बारिश और ओलावृष्टि को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया था। मौसम विभाग (Weather Department) की चेतावनी के बाद प्रदेश में मौसम ने अपना कहर बरसाना शुरू कर दिया है। बारिश और ओलावृष्टि होने से तापमान में भी काफी गिरावट आई है। वहीं, बारिश होने से लोगों को भले ही गर्मी से राहत मिली हो लेकिन किसानों और बागवानों की चिंताए बढ़ गई हैं। हालांकि इस बारिश से वनों की आग से छुटकारा जरूर मिल गया है। जबकि शहर को पानी देने वाले पेयजल स्त्रोत भी रिचार्ज हो गए हैं।
प्रदेश में हुई बारिश ने सरकारी अमले की पोल भी खोल कर रख दी है। प्रदेश के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान आईजीएमसी (IGMC) में मंगलवार दोपहर बाद हुई बारिश से आपातकाल विभाग और माइनर ओटी में पानी भर गया। यहां पर सीधे तौर पर अस्पताल प्रशासन की लचर व्यवस्था भी दिखाई दी। आपातकाल विभाग और माइनर ओटी में पानी भरने से उपचाराधीन मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
हिमाचल में बदले मौसम ने एक महिला की जान ले ली। कुल्लू जिला में तेज तुफान आया था। जिसके चलते काइस धार में तुफान से एक एक पेड़ गिर गया, जिसकी चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई। वहीं एक अन्य व्यक्ति इस हादसे में घायल हो गया। वहीं खराहल के काइस के लारी गांव में आसमानी बिजली गिरने से दो युवक झुलस गए। जिन्हें उपचार के लिए कुल्लू अस्पताल में भर्ती किया गया है। बता दें कि मंगलवार को जहां मैदानी इलाकों में तेज बारिश हुई वहीं लाहुल स्पीति की ऊंची चोटियांे पर बर्फ के फाहे गिरे हैं। हालांकि इस बारिश से तापमान में जरूर गिरावट दर्ज की गई है।
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