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हिमाचल: इस पार्टी ने किया नेताओं की पेंशन बंद करने का ऐलान, आरक्षण भी होगा समाप्त
Last Updated on April 4, 2022 by Vishal Rana
मंडी। विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही कई पार्टियां मैदान में उतर कर वोटरों को लुभाना शुरू कर देती हैं। वह चाहे बीजेपी (BJP) हो कांग्रेस (Congress) या कोई अन्य दल। हर दल अपनी अपनी बात जनता के सामने रख कर चुनावी ताल ठोक देता है। हिमाचल में भी विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं। जिसके चलते नवगठित हिमाचल जनता पार्टी (Himachal Janata Party) ने बड़ा ऐलान किया है। हिमाचल जनता पार्टी का कहना है कि अगर प्रदेश में उनकी पार्टी की सरकार बनती है तो वे नेताओं की पेंशन बंद (Stop Pension of Leaders) करके कर्मचारियों की पेंशन बहाल करेंगे।
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यह बात सोमवार को हिमाचल जनता पार्टी के अध्यक्ष पवन कटोच ने मंडी में कही। उन्होंने कहा कि कर्मचारी 25 से 30 वर्ष तक सरकारी सेवा में रहने के बाद भी पेंशन का हकदार नहीं होता, जबकि विधायक एक बार चुने जाने के बाद ताउम्र पेंशन का हकदार होता है। यदि किसी नेता को पेंशन देनी भी होगीए तो उसके लिए उसका कम से कम 25 वर्ष का सेवाकाल देखने के बाद एक तय सीमा में पेंशन दी जाएगी। पवन कटोच (Pawan Katoch) ने बताया नेताओं की पेंशन बंद करने की व्यवस्था को उन्होंने अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल किया है। पवन कटोच ने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में हिमाचल जनता पार्टी सभी 68 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
वहीं हिमाचल जनता पार्टी ने जातिगत आरक्षण (Reservation) जैसी व्यवस्था को समाप्त करके आर्थिक आधार पर आरक्षण देने की बात कही है। पवन कटोच ने कहा कि जातिगत आरक्षण में भी सिर्फ उन्हीं लोगों को लाभ मिलता है जो अमीर हैं, जबकि इस वर्ग के गरीब लोग इस आरक्षण से वंचित रह जाते हैं। इसलिए जातिगत आरक्षण को समाप्त करके आर्थिक आधार पर सभी को आरक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल जनता पार्टी प्रदेश के युवाओं की पार्टी है और आने वाले सभी 68 सीटों पर पार्टी अपने प्रत्याशियों को उतारेगी।