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हिमाचल में धूमधाम से मनाई लोहड़ी, अलाव भी जलाया- डीजे पर की मस्ती
Last Updated on January 13, 2023 by Vishal Rana
शिमला। हिमाचल में लोहड़ी (Lohri) का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान लोगों ने “सुंदर मुंदरिए हो तेरा कौन विचारा हो” पराम्परिक लोहड़ी गाकर खूब जश्न मनाया। राजधानी शिमला (Shimla) में भी लोहड़ी पर्व की धूम रही। शाम के समय अलाव जलाकर मूंगफली और रेवड़ियां बांटीं गई। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu) ने भी शिमला के पीटरहॉफ़ में लोगों के साथ लोहड़ी उत्सव मनाया। इस दौरान उन्होंने अलाव में आहुति देकर लोहड़ी मनाई। उन्होंने प्रदेशवासियों को भी लोहड़ी की शुभकामनाएं दी।
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बच्चों की टोलियों ने भी जमकर मस्ती की। इस कारण शहर में कई जगहों पर देर रात पर डीजे पार्टी (DJ Party) चली। इस दौरान अलाव जलाया गया और एक दूसरे को लोहड़ी की शुभकामनाएं दीं। शुक्रवार सुबह से ही लोग एक दूसरे को गजक, मूंगफली और रेवड़ी बांटकर बधाइयां दे रहे थे। शिमला में राम बाजार से लेकर लोअर बाजार और शेर-ए-पंजाब तक लोगों ने जगह-जगह लोहड़ी जलाई। इसके साथ ही ढोल-नगाड़ों और संगीत की धुनों पर लोगों ने जमकर डांस किया।
बाहरी राज्यों से आए पंजाबी पर्यटकों (Punjabi Tourists) ने भी खूब मस्ती की। वह ढोल की थाप पर जमकर थिरके। इसके अतिरिक्त राधा कृष्ण गंज मंदिर, मिडल बाजार शिव मंदिर और कालीबाड़ी मंदिर में भी दर्शनों के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। लोहड़ी के पर्व पर बच्चों में भी खासा उत्साह देखने को मिला। बच्चों ने टोलियां बनाकर घर-घर जाकर लोहड़ी मांगी। इसके अतिरिक्त बाजारों में सुबह से ही लोहड़ी पर्व के लिए सामान खरीदने को लोगों की भीड़ लगी रही।
मकर संक्राति पर घी के साथ खिचड़ी खाने की मान्यता
लोहड़ी पर्व के बाद शनिवार को प्रदेशभर में मकर संक्राति मनाई जाएगी। इस अवसर पर प्रदेश के लोग पारम्परिक तरीके से अन्न की पूजा कर इसका दान करते हैं। मकर संक्रांति पर्व पर तिल, गुड़ और मूंगफली का विशेष महत्व होता है। सर्दियों के समय आने वाले इस त्यौहार में घी के साथ खिचड़ी खाने की मान्यता है। इस अवसर पर धार्मिक स्नान करने का भी महत्व रहता है।
सुखाश्रय कोष से बाल आश्रम के बच्चों ने खूब मनाई लोहड़ी
बेसहारा बच्चों के लिए प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित किया गया मुख्यमंत्री सुखाश्रय कोष (Mukhyamantree Aashray Kosh) इस बार बाल आश्रम सुजानपुर के बच्चों के लिए नई खुशियां लेकर आया है। जिला बाल संरक्षण अधिकारी तिलक राज आचार्य ने बताया कि इस कोष के माध्यम से बाल आश्रम सुजानपुर के आवासी बच्चों को लोहड़ी और होली मनाने के लिए पांच-पांच सौ रुपये का प्रावधान किया गया है।
यह धनराशि इन बच्चों के खातों में डाली गई है। तिलक राज आचार्य ने बताया कि लोहड़ी के अवसर पर शुक्रवार शाम को बाल आश्रम सुजानपुर के बच्चों को मूंगफली, गच्चक, रेवड़ी, स्यूल के लड्डू, चॉकलेट, खिचड़ी, दही, घी और अन्य सामग्री प्रदान की गई तथा उनके साथ लोहड़ी मनाई गई। इस मौके पर बच्चों ने आग जलाकर और नाचते-गाते हुए खूब मस्ती की। जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखाश्रय कोष से उपहार मिलने के बाद इस बाल आश्रम के बच्चों की इस बार की लोहड़ी बहुत खास रही।