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मंडी की कुसुम ने बीमारी के कारण छोड़ दिया था दौड़ना, अब लाई सोना
वी कुमार/मंडी। हौंसला बुलंद हो तो इंसान हर चुनौती को पार कर ही जाता है। हौंसले की ऐसी ही मिसाल पेश की है मंडी जिला(Mandi District) के गोहर उपमंडल के तहत आने वाली ग्राम पंचायत बैला की 21 वर्षीय कुसुम ठाकुर (Kusum Thakur) ने। कुसुम ठाकुर जब चौथी कक्षा में पढ़ती थी तो उसी वक्त दौड़ना शुरू कर दिया। एक बेहरीन धावक बनने का सपना लिए कुसुम जब बड़ी होकर प्रतियोगिताओं में जाने लगी तो मात्र 19 वर्ष की आयु में फेफड़ों में पानी भर गया। डॉक्टरों ने दौड़ने से साफ इन्कार कर दिया। लेकिन कुसुम ने हार नहीं मानी और बीमारी से लड़ते हुए खुद को पूरी तरह से फिट किया और फिर से मैदान में दौड़ने के लिए कूद गई। दो वर्षों तक कड़ी मेहनत करने के बाद अब कुसुम ने इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप(Inter University Championship) में गोल्ड मेडल जीता है।
मात्र 24.13 सेकेंड में पूरी की 200 मीटर की दौड़
ओडिशा के भुवनेश्वर में 26 से 29 दिसंबर तक आयोजित हुई इंटर यूनिवर्सिटी एथलेटिक्स चैंपियनशिप (Inter University Athletics Championship) में कुसुम ने यह मेडल 200 मीटर दौड़ में पहला स्थान हासिल करके जीता है। कुसुम ने यह दौड़ मात्र 24.13 सैकेंड में पूरी करके रिकार्ड कायम किया है। अगर कुसुम इस दौड़ को मात्र एक सेकेंड पहले पूरा कर लेती तो यह नया राष्ट्रीय रिकार्ड (New National Record)बन जाना था। कुसुम हिमाचल की इकलौती महिला धावक बन गई है जिसने इस दौड़ को इतने कम समय में पूरा किया है। इससे पहले प्रदेश की कोई भी महिला धावक इतने कम समय में 200 मीटर की दौड़ पूरी नहीं कर पाई है। कुसुम वल्लभ कालेज मंडी में सेकेंड ईयर में पढ़ाई कर रही है। अभी कुसुम का चयन खेलो इंडिया ( Khelo India) के लिए हुआ है और उसके बाद कुसुम ने एशिया खेलों (Asia Games)में भाग लेना और उसे जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
सरकार खिलाड़ियों को प्रदान करवाए सुविधाएं
कुसुम का मानना है कि प्रदेश में खिलाड़ियों के लिए उस स्तर की सुविधाएं उपलब्ध नहीं है जिससे वे आगे बढ़ सकें। यहां स्कूल, कॉलेज या यूनिवर्सिटी स्तर पर जो सुविधाएं मिल पाती हैं उन्हीं में ही गुजारा करके आगे बढ़ना पड़ता है। लेकिन दूसरे राज्यों में खिलाड़ियों के लिए बहुत ज्यादा सुविधाएं हैं जिससे खिलाड़ी आगे बढ़ जाते हैं। प्रदेश सरकार भी अगर ऐसी सुविधाएं मुहैया करवाए तो खिलाड़ियों को आगे बढ़ने में बल मिलेगा।