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Himachal Weather : बर्फ से लकदक हुए पहाड़, प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि ने मचाई तबाही
शिमला। हिमाचल में मंगलवार से हो रही बारिश और बर्फबारी से लाहुल स्पीति सहित रोहतांग दर्रा (Rohtang Pass) अप्रैल में बर्फ से लकदक हो गया है। भरमौर के मणिमहेश, भरमाणी, कुगति सहित पांगी में हिमपात हुआ है। किन्नौर के ऊंचाई और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी है। देर शाम रिकांगपिओ में भी बर्फबारी शुरू हुई है। कुल्लू के जलोड़ी दर्रे में भी ताजा बर्फबारी (Snowfall) हुई है। वहीं प्रदेश के कई जिलों में हुई ओलावृष्टि ने जमकर तबाही मचाई है। ओलावृष्टि से सेब की फसल को करोड़ों का नुकसान हुआ है। पर्यटकों (Tourist) के साथ आम लोगों के लिए अटल टनल रोहतांग से आवाजाही बंद हो गई है। टनल से आपाताकालीन सेवा ही जारी रहेगी।
वहीं हिमाचल प्रदेश में जारी बर्फबारी से मनाली-लेह और भरमौर-पठानकोट मार्ग बंद हो गए हैं। चंबा-खज्जियार मार्ग पर भनेरा के पास भूस्खलन (Landslide) की चपेट में आने से कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। शिमला (Shimla) और धर्मशाला सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में बुधवार को भी झमाझम बारिश हुई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश के छह मध्य पर्वतीय जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा में वीरवार को भी अंधड़ और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। पूरे प्रदेश में 24 अप्रैल तक मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है। 25 अप्रैल से धूप खिलने से आसार हैं।
मैदानों में गेहूं की फसल को हो रहा नुकसान
बता दें कि शिमला में बुधवार को दिन भर रूक-रूककर बारिश (Rain) और ओलावृष्टि होती रही। चंबा जिले में हल्की बर्फबारी और मूसलाधार बारिश ने लोगों की दुश्वारियां बढ़ा दी हैं। वहीं जिला कांगड़ा में मंगलवार रात से शुरू हुई बारिश बुधवार को भी जारी रही। बारिश से जिले में गेहूं की फसल की कटाई में लगे किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हालांकि भारी बारिश से मैदानी जिलों में बढ़ी गर्मी से राहत जरूर मिली है और जंगलों में आग की घटनाओं से भी राहत मिली है।
ओलावृष्टि ने बर्बाद की सेब की फसल
हिमाचल प्रदेश में आंधी और ओलावृष्टि ने करोड़ों रुपये की सेब की फसल बर्बाद कर दी है। कहीं फलों पर तो कहीं फूलों पर यह ओलावृष्टि आफत बनकर बरसी है। इससे सेब बागवानों की साल भर की मेहनत पर पानी फिर गया है। यह नुकसान शिमला, किन्नौर, कुल्लू और मंडी जिलों में हुआ है।
शिमला के ठियोग क्षेत्र की क्यार, कमाह, कलींड आदि पंचायतों में ओलावृष्टि हुई। बता दें कि प्रदेश में इन दिनों मध्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में फ्लावरिंग हो रही हैए पर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश से शुरुआती दौर में सेब की फसल पर संकट छा गया है। बुधवार को कहीं ओलों तो कहीं आंधी-तूफान से सेब की फसल को नुकसान पहुंचा है। रामपुर उपमंडल के जघोरी में करीब दस मिनट तक ओलावृष्टि ने कहर बरपाया। वहीं किन्नौर की रूपी वैली के निचले क्षेत्रों और 12/20 के मझाली गांव में बारिश से हल्की ओलावृष्टि हुई। शलाटी वैली में भी ओलावृष्टि ने सेब की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है। नित्थर के सेब एडशी, बुआई, तांदी और ढहमा के ऊपरी इलाकों में बारिश से तापमान में गिरावट हुई है।
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