-
Advertisement
मंडी संसदीय सीट पर मिली करारी हार पर सीएम जयराम के मंत्री ने खोल दी पोल
शिमला। मंडी संसदीय सीट (Mandi Lok Sabha) पर मिली करारी शिकस्त की पोल खुद सीएम जयराम ठाकुर के मंत्री रामलाल मार्कंडेय खोल गए। कहा कि उन्होंने तो चुनाव अभियान में ही हार को सामने से भांप लिया था। लोग वीरभद्र सिंह (Virbhadra Singh) से प्रभावित थे। राजा साहेब की काम की खुले दिल से तारीफ कर रहे थे। इसलिए प्रतिभा सिंह जीत गईं। उन्होंने कहा कि राजा वीरभद्र सिंह को जनजतायी क्षेत्र के लोग बहुत चाहते थे।
पूर्व सीएम ने जनजातीय जिले के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मंत्री रामलाल मारकंडेय ने कहा कि उपचुनाव में जब वे पार्टी प्रत्याशी के लिए वोट मांगने के लिए अपने क्षेत्र में भ्रमण करने के लिए पहुंच रहे थे, तभी उन्हें हार का एहसास हो गया था। उन्होंने कहा कि लोग कह रहे थे कि इस बार वे उपचुनाव में वोट राजमाता प्रतिभा सिंह को देंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को दोबारा सांत्वना वोट नहीं मिलेगी। वहीं, उन्होंने कहा कि बीजेपी 2022 में सीएम जयराम ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव जीतने जा रही है।
बता दें कि बीते दिनों जनजातीय मंत्री रामलाल मार्कंडेय और जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह की पेशी पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) के सामने हुई थी। मंत्रियों को बुलावे का फरमान मिलने के बाद शिमला के सियासी गलियारों में चहलकदमी तेज हो गई।
यह भी पढ़ें: मंत्री महेंद्र सिंह और मार्कंडेय पहुंचे नड्डा के पास, कैबिनेट मंत्रियों की धड़कनें तेज
कई मंत्री अपनी कुर्सी की सीट बेल्ट बांध कर बैठे हैं। प्रदेश स्तर पर भी हार के कारणों की समीक्षा शुरू हो चुकी है। बता दें कि बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक इसी महीने की 25 तारीख के आस पास होगी। इस बैठक में उपचुनावों में हार को लेकर मंथन होने की पूरी उम्मीद है। इधर, हाईकमान ने भी हार के कारणों को लेकर रिपोर्ट तलब की है।
उधर, उपचुनाव में करारी शिकस्त झेलने के बाद प्रदेश बीजेपी के दिग्गज चंडीगढ़ में बैठक करने वाले थे, लेकिन सुबह बीजेपी के हवाले से जानकारी निकल कर आई कि कुछ वजहों से बीजेपी नेताओं के काफिले की ब्रेक लगने से कोर ग्रुप की बैठक कैंसिल हो गई।
कहा गया कि कई हलकों से समीक्षा रिपोर्ट नहीं आने के चलते अब यह बैठक अगले सप्ताह होगी। कोरग्रुप की बैठक में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप, सीएम जयराम ठाकुर, प्रदेश बीजेपी प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन , संगठन महामंत्री पवन राणा और पूर्व सीएम प्रो. धूमल व शांता कुमार शामिल थे।
सूत्रों के हवाले जो जानकारी मिली थी, उसके मुताबिक चंडीगढ़ स्थित हिमाचल भवन में सुबह 11 बजे होने वाली बीजेपी की कोर ग्रुप की बैठक में हार के कारणों का पोस्टमार्टम होना था। बैठक से पहले बीजेपी ने उपचुनाव में हलकों के प्रभारियों, मंडल व जिला अध्यक्षों, प्रत्याशियों के साथ-साथ पदाधिकारियों से रिपोर्ट तलब की गई थी। कौर ग्रुप की बैठक के बाद इसकी रिपोर्ट पार्टी आलाकामन को सौंपना था।
प्रदेश प्रभारी खुद इस रिपोर्ट को लेकर जेपी नड्डा के पास पहुंचने वाले थे। बता दें कि, जेपी नड्डा के सामने दो मंत्रियों की पेशी के बाद शिमला की सियासी गलियारों में फेरबदल की खुसुर-फुसुर तेज हो गई थी। हालांकि, अभी तक स्पष्ट तौर पर संगठन और सरकार में फेरबदल के स्पष्ट संकेत नहीं मिले थे।